पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा की टिप्पणी का समर्थन करने को लेकर देश भर में बवाल अभी भी जारी है। अब मामला बिहार से सामने आया है। यहाँ के भोजपुर जिले के आरा थाना क्षेत्र में नुपूर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पोस्ट को लेकर दो युवकों में विवाद हो गया और देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई।
पुलिस ने बताया कि मामला आरा के राम गढ़िया मोहल्ले का है। यहाँ एक चाय की दुकान पर कुछ लोग चाय पी रहे थे। इसी बीच नुपूर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट को लेकर दो युवकों में बहस शुरू हो गई।
जानकारी के मुताबिक दीपक नाम के शख्स ने कुछ दिनों पहले नुपूर शर्मा के समर्थन में पोस्ट शेयर किया था। जिस पर रईस नाम के शख्स ने विवादित टिप्पणी की थी। मंगलवार (5 जुलाई 2022) की शाम रईस और दीपक एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। इसी बीच फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद होने लगा। दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। फिर रईस अपने साथ करीब 20 से 30 लोगों को ले आया। सभी ने दीपक की पिटाई शुरू कर दी। उनलोगों ने लात-घूँसों से जमकर दीपक को पीटा। उनलोगों ने चाय की दुकान में तोड़फोड़ के साथ दुकानदार सोनू के साथ भी मारपीट की।
मामले की सूचना मिलते ही एसडीएम ज्योतिनाथ सहदेव और सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) हिमांशु कुमार सैकड़ों पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ मौके पर पहुँचे। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामला शांत हो गया है और फिलहाल स्थिति सामान्य है। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पत्रकारों से बात करते हुए भोजपुर एएसपी हिमांशु कुमार ने कहा, ”चाय बेचने वाले को पीटे जाने का मामला सामने आया है। अब स्थिति नियंत्रण में है। यहाँ अधिकारी मौजूद हैं। अगर FIR दर्ज करवाई जाती हैं तो गिरफ्तारियाँ भी होंगी। सोशल मीडिया पोस्ट के कारण अगर कुछ होता है, तो यह जाँच का विषय है। जाँच के दौरान सब कुछ सामने आ जाएगा।”
वहीं आरा के डीएम राजकुमार ने कहा, “कुछ लोग एक दुकान में चाय पी रहे थे। एक फेसबुक पोस्ट के कारण दो समूहों के बीच लड़ाई हुई। हिंसा हुई और अब स्थिति नियंत्रण में है।”
नुपूर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर उमेश कोल्हे और कन्हैया लाल की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र के अमरावती में 22 जून को केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने नुपुर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पोस्ट किया था। इससे दूसरे समुदाय के लोग नाराज थे। इसके अलावा उदयपुर से भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहाँ फेसबुक पोस्ट को लेकर 28 जून को कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।