फिल्म निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने दक्षिण भारत में पूजी जाने वामी माँ मैसम्मा के मंदिर में शराब चढ़ाई है। उन्होंने खुद ट्वीट कर ये जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “हालाँकि, मैं केवल वोडका ही पीता हूँ, लेकिन मैंने देवी मैसम्मा को व्हिस्की पिलाया।” इस तस्वीर में उन्हें एक कप में शराब की बोतल से कुछ उड़ेलते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान उनके साथ कुछ और लोग भी थे।
साथ ही उन्होंने अपनी ट्वीट में हँसने वाली इमोजी भी लगाई। ये ट्वीट उन्होंने मंगलवार (12 अक्टूबर, 2021) को दोपहर 3:54 बजे किया था। इसके 7 मिनट बाद उन्होंने एक और तस्वीर शेयर की, जिसमें वो कप को देवी मैसम्मा के मुँह के सामने ले जाकर रख रहे हैं। साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा, “चियर्स”। साथ ही शराब की उड़ेलती हुई बोतलों वालों इमोजी लगाई। ये तस्वीरें देवी मैसम्मा के मंदिर में ली गई हैं।
रामगोपाल वर्मा की इस हरकत से नाराज़ हिन्दुओं ने उन्हें पब्लिसिटी के लिए हिन्दू धर्म को बदनाम न करने की सलाह दी है। कुछ लोगों ने कहा कि उनका करियर फ्लॉप होने की वजह से उनके दिमाग पर असर पड़ा है। लोगों ने कहा कि वो अटेन्शन पाने के लिए ये सब कर रहे हैं और। कई लोग उनका समर्थन करते हुए नजर आए। बता दें कि बॉलीवुड में हिन्दू धर्म का मजाक बनाना एक आम बात है।
रामगोपाल वर्मा ने वारंगल में अपनी एक फिल्म की लॉन्च के दौरान ये हरकत की। कभी ‘शिवा (1989, 90)’, ‘रंगीला (1995)’, ‘सत्या (1998)’, ‘शूल (1999)’, ‘कंपनी (2002)’ और ‘सरकार (2005)’ जैसी फ़िल्में बना चुके रामगोपाल वर्मा पिछले एक दशक से एक अदद हिट के लिए तरस रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कुछ अश्लील फ़िल्में भी बनाई है और वो अजीबोगरीब हरकतें करते रहते हैं।
मुख्यतः दक्षिण भारत में देवी मैसम्मा की पूजा की जाती है। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी ‘मेसाई’ और ‘मेस्को’ नाम से उनकी पूजा होती है। चेचक जैसे संक्रामक रोगों से दूर रखने के लिए उनसे प्रार्थना की जाती है। हैदराबाद के ‘टैंक बून्द’ में स्थित ‘कट्टा मैसम्मी’ मंदिर उनका प्रमुख मंदिर है। इस मंदिर के सामने 1908 में निजाम तक ने सिर झुकाया था। कहा जाता है इसके बाद ही बाढ़ नियंत्रण में आया था।