Thursday, December 12, 2024
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शाइना एनसी को ‘इम्पोर्टेड माल’ बोल फँसे उद्धव गुट के नेता, FIR के बाद अरविंद सावंत ने माँगी माफी: संजय राउत ने पूछा- आखिर गलत क्या कहा

शिवसेना यूबीटी नेता अरविंद सावंत को अपनी सफाई देने के साथ माफी माँगनी पड़ी। हालाँकि संजय राउत अब भी अरविंद सावंत का बचाव करते दिख रहे हैं।

मुंबई की राजनीति में बीते कुछ दिनों से ‘इम्पोर्टेड माल’ बयान पर गरमाहट बनी हुई है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत के इस बयान ने महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। अरविंद सावंत ने बीजेपी की नेता शाइना एनसी पर कटाक्ष करते हुए उन्हें “इम्पोर्टेड माल” कहा, जो अब महायुति की ओर से मुम्बादेवी सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इस बयान के बाद सियासी हलकों में बवाल मच गया और महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगने लगा। इसके बाद सावंत को अपनी सफाई देने के साथ माफी माँगनी पड़ी। हालाँकि संजय राउत अब भी अरविंद सावंत का बचाव करते दिख रहे हैं।

संजय राउत ने किया सावंत का बचाव

शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत सावंत के बयान का समर्थन करते नजर आए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसमें किसी महिला का अपमान नहीं हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सावंत ने सिर्फ यह कहा था कि शाइना एनसी इस क्षेत्र की नहीं हैं, वो बाहरी हैं और बाहर से आई हुई उम्मीदवार हैं। राउत ने कहा, “अगर इम्पोर्टेड माल कहा गया तो इसमें महिला का अपमान कहाँ हुआ?”

राउत ने अपने बयान में कहा कि शाइना मूल रूप से मुम्बादेवी क्षेत्र की नहीं हैं और स्थानीय नहीं हैं। यह बयान देते हुए उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि बीजेपी ने भी सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी जैसे बड़े नेताओं के खिलाफ कई बार अपमानजनक टिप्पणियाँ की हैं। उन्होंने इस पूरे मामले को सिर्फ एक राजनीतिक विवाद बताया और इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किए जाने का आरोप लगाया।

साइना एनसी ने दर्ज कराई एफआईआर

सावंत के इस बयान पर शाइना एनसी ने सख्त प्रतिक्रिया दी और नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शाइना का कहना है कि सावंत का बयान महिलाओं के सम्मान पर हमला है और इसे कतई नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। शाइना ने कहा, “यह बयान केवल एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि महिलाओं के प्रति पूरे समाज की सोच को दर्शाता है। मैंने ठान लिया है कि इस मामले को लेकर न्याय के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी।”

शाइना ने चुनाव आयोग और महिला आयोग से भी इस मामले पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि महिलाएं केवल उनके काम के आधार पर ही जानी जानी चाहिए न कि व्यक्तिगत टिप्पणियों के आधार पर। शाइना ने बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) द्वारा महिलाओं के लिए उठाए गए कदमों को भी रेखांकित किया और विपक्ष के नेताओं पर सवाल उठाए कि वे इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।

अरविंद सावंत ने माँगी माफी और दी सफाई

बयान पर बढ़ते विरोध और कानूनी कार्यवाही के चलते अरविंद सावंत ने सार्वजनिक रूप से माफी माँगी। उन्होंने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया और उनका किसी को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। सावंत ने कहा, “अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुँची है तो मैं माफी माँगता हूँ। मेरे 55 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने कभी महिलाओं का अपमान नहीं किया। यह मुद्दा केवल राजनीतिक लाभ के लिए खड़ा किया गया है।”

सावंत ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया और उनके बयान को जानबूझकर विवादित बना दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महायुति गठबंधन का उद्देश्य एक झूठी और नकली कहानी बनाना है। सावंत ने हाल ही में कुछ नेताओं के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की भी बात की और इस विवाद को राजनीतिक खेल बताया।

यह विवाद महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों के करीब आने के कारण और भी बड़ा रूप ले चुका है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की बयानबाजी और उसका समर्थन दोनों ही चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। अब देखना यह होगा कि इसका असर आने वाले चुनावों में कितना दिखाई देगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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