वैशाली के हरिवंशपुर गाँव में शनिवार (जून 22, 2019) को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो रामविलास पासवान और स्थानीय विधायक के लापता होने का पोस्टर लगने के बाद रविवार (जून 23, 2019) को हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस और लालगंज के लोजपा विधायक राजकुमार साह हरिवंशपुर पहुँचे। यहाँ दोनों को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लोग इतने गुस्से में थे कि कोई सांसद को दरवाजे पर कुर्सी तक देने को तैयार नहीं था। उग्र ग्रामीणों ने विधायक को बंधक बना लिया।
चमकी बुखार से त्रस्त लोगों ने बनाया विधायक को बंधक
— आज तक (@aajtak) June 23, 2019
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विधायक के बंधक बनाए जाने की खबर मिलते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई। भारी तादात में पुलिस फोर्स वहाँ पहुँच गई, लेकिन ग्रामीण राजकुमार शाह को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। काफी समझाने के बाद शाह ने पीड़ित परिवारों को ₹5,000 की आर्थिक सहायता दी और साथ ही जरूरी दवाओं का वितरण किया, तब जाकर लोगों ने विधायक को जाने दिया।
दरअसल, गाँव में बीते 10 दिनों में चमकी बुखार से 7 बच्चों की मौत हो चुकी है। 7 बच्चों की मौत के बाद भी किसी जनप्रतिनिधि के गाँव में नहीं पहुँचने पर लोग काफी नाराज थे। नाराज ग्रामीणों का कहना था कि बीमारी से बच्चों की मौत हो जाती है और विधायक इसकी सुध लेने भी नहीं आते हैं। गाँव के निवासी उनसे काफी आक्रोशित थे। ग्रामीण उनसे पूछ रहे थे कि वो उस वक्त कहाँ थे जब वो लोग ऐसी विकट स्थिति से जूझ रहे थे कि उनके पास पानी भी नहीं था। एक ग्रामीण ने तो यहाँ तक कह दिया कि विधायक के पास गाँव वालों की समस्याएँ सुनने का भी समय नहीं है। जब कुछ लोग उन्हें मौजूदा हालात के बारे में बताने के लिए गए तो उनके बेटे ने उन लोगों को दरवाजे से धक्का देकर बाहर कर दिया।
Bihar: Locals in Vaishali dist’s Harivanshpur village put up banners&stick posters on their cattle, announcing reward of Rs 15,000 for the one who finds Union Min Ram Vilas Paswan & Rs 5000 for the one who finds the local MLA. Say, “7 children died here.But no MP or MLA has come” pic.twitter.com/pP2M0q1obB
— ANI (@ANI) June 22, 2019
गौरतलब है कि, शनिवार (जून 22, 2019) को हरिवंशपुर के ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और स्थानीय विधायक के लापता होने के पेस्टर लगाए थे। इन पोस्टरों पर विधायक को खोजने के लिए ₹5000 और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को खोजने के लिए ₹15000 के इनाम की घोषणा की गई थी। बैनर पर निवेदक के रूप में हरिवंशपुर के पीड़ित परिवार लिखा हुआ था।