UP पुलिस ने सहारनपुर और आजमगढ़ जिलों ने ईसाई धर्मान्तरण के आरोपितों पर कार्रवाई की है। सहारनपुर में 2 और आज़मगढ़ में 1 आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही जिलों में हिन्दू संगठनों ने आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। दोनों स्थानों पर भोले-भाले ग्रामीणों को प्रार्थना के नाम पर जमा कर के उनके धर्म परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा था।
आज़मगढ़ में शैतानी आत्मा के इलाज के नाम पर जुटती थी भीड़
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला मामला आज़मगढ़ जिले से रविवार (29 मई, 2022) को सामने आया। यहाँ कंधरापुर इलाके में शैतानी आत्मा के इलाज के नाम पर मोहरिल नाम का आरोपित लोगों को जमा करता था। बताया जा रहा है कि मोहरिल अब तक लगभग 100 लोगों को धर्मांतरण करवा चुका है। इसके लिए वो एक मकान में बाकायदा बैनर आदि लगा कर सभाएँ करता था। घटना के दिन जब हिन्दू संगठन इस शिकायत पर मौके पर पहुँचे तो दर्जनों लोग हाथों में धार्मिक किताबें ले कर प्रार्थना करते नजर आए। पूछने पर मोहरिल ने इसे चंगाई सभा बताया।
जब हिन्दू संगठन के लोग मोहरिल से बहस कर रहे थे तभी वहाँ आईं कुछ लड़कियाँ हिन्दू संगठन के ही लोगों से झगड़ने लगीं। आख़िरकार मोहरिल का आयोजन बिना प्रशासनिक अनुमित के पाया गया। विवाद के बीच पुलिस भी मौके पर पहुँच गई। पुलिस ने मोहरिल को गिरफ्तार कर लिया। आजमगढ़ के SP सिटी के मुताबिक, मोहरिल पर धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत केस दर्ज किया गया है।
#थाना_कंधरापुर: धर्म परिवर्तन के संबंध में #Spcityazh का आधिकारिक वक्तव्य।#UPPolice @adgzonevaranasi @digazamgarh @News18UP @112UttarPradesh @dgpup @bourne2lead pic.twitter.com/sAqLNJXB8j
— AZAMGARH POLICE (@azamgarhpolice) May 29, 2022
सहारनपुर में धर्मान्तरण के प्रयास में 2 गिरफ्तार
वहीं सहारनपुर जिले के बेहट थानाक्षेत्र में धर्मान्तरण के प्रयास में 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। SSP सहारनपुर IPS आकाश तोमर ने बताया, “रविवार (29 म,ई 2022) को गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम अजय और अनिल हैं। दोनों ने कुछ दिनों पहले अपना धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। साथ ही ये दूसरे लोगों को भी धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे थे। इसके लिए वो तमाम तरह के लालच भी दे रहे थे। कुछ लोगों ने इस केस में शिकायत दी थी जिसकी जाँच के बाद मामला सही पाया गया। अब इस केस में इन दोनों की गिरफ्तारी की गई है। आरोपितों पर धर्मान्तरण विरोधी कानून व अन्य धाराओं के तहत एक्शन लिया जाएगा।”
इसी घटना के एक वीडियो में मौके पर हिन्दू संगठनों को आरोपितों से बहस करते देखा जा सकता है। वीडियो में बहस के बाद आरोपित को हिन्दू संगठन थाने ले जाने के लिए कहते हैं। आरोपित प्रार्थना के सवाल का सही जवाब भी नहीं दे पा रहा था। उस पर दलित समाज के लोगों के धर्म परिवर्तन के प्रयास का आरोप लगाया जा रहा है।
वहीं एक अन्य वीडियो में आरोपित से पुलिस पूछताछ करती दिखाई दे रही है। उस वीडियो में अपने ट्रस्ट का नाम लॉर्ड जीजस ट्रस्ट बता रहा है। पुलिसकर्मी उस से सवाल करते हैं कि उस ट्रस्ट में तुम क्या कर रहे हो। ये वीडियो इस घटना के शिकायतकर्ता और बजरंग दल पदाधिकारी हरीश कौशिक द्वारा शेयर किया गया है।