बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खाने के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स केस में जब से गिरफ्तार किया गया है, तभी से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ बयानबाजी हो रही है। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक उनके खिलाफ एक के बाद एक आरोप लगा रहे हैं। इस बीच उनके ऊपर लगाए जा रहे आरोपों के बाद अब समीर वानखेड़े ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें झूठे केस में फँसाने की साजिश रची जा रही है।
पत्र में वानखेड़े ने कहा है कि उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि कुछ अनजान लोग अपराध क्रमांक 94/2021 से जुड़े होने के कारण उन पर खिलाफ गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े ओहदे वाले लोगों ने उन्हें पद से हटवाने और जेल भिजवाने की बात कही है। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल मुथा अशोक जैन ने प्रभाकर सैल के आरोप को डायरेक्टर जनरल के पास भेज दिया है।
एनसीबी अधिकारी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से गलत उद्देश्य और आरोपों के आधार पर कोई भी कार्रवाई नहीं करने का अनुरोध किया है। गौरतलब है कि आर्यन ड्रग्स केस में गवाह होने का दावा कर रहे प्रभाकर सैल ने एनसीबी पर 18 करोड़ रुपए में डील करने और प्लेन कागज पर साइन करवाने का आरोप लगाया है। इस आरोप पर भी एनसीबी ने बयान जारी किया है। एनसीबी के अधिकारी मुथा अशोक जैन के मुताबिक, प्रभाकर सैल का हलफनामा सोशल मीडिया के माध्यम से उन तक पहुँचा है।
खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बताने वाले प्रभाकर सैल ने दावा किया था कि उसने गोसावी और सैम डिसूजा की बातचीत को सुना था, जिसमें 8 करोड़ रुपए समीर वानखेड़े को देने की बात कही गई थी।