ये सन्देश सीलमपुर व जाफराबाद के लोगों की तरफ़ से है। ट्रांस-यमुना क्षेत्र में रह रहे लोगों की तरफ से जनता के लिए ये अपील जारी की गई है:
कुछ प्रबुद्ध सामाजिक वर्ग के लोगों और ‘पिंजरा तोड़’ जैसे कथित सामाजिक संगठनों के कारण हम यमुना के आसपास रहने वाले लोग ख़ासी परेशानी में हैं। यहाँ के सभी स्थानीय लोग पीड़ित और दुःखी महसूस कर रहे हैं। चारों तरफ़ भगदड़ का माहौल है। ये संगठन और कथित प्रबुद्ध जन प्रतिदिन हिंसा भड़काने के काम में लगे रहते हैं और उन्होंने आज जाफराबाद मेन रोड को ही जाम कर दिया। इससे राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हम अभी भी उस आतंक से उबरे नहीं हैं, जिसका सामना हमें 1992 और 2006 में करना पड़ा था। हाल में भी हमारे ख़िलाफ़ जब हिंसा हुई, तो हमारे साथ कोई नहीं खड़ा हुआ। ये एक बहुत ही ग़ैर-जिम्मेदाराना हरकत है, जिसका सामना हमें करना पड़ रहा है। यहाँ की महिलाएँ रोड जाम करने के पक्ष में नहीं थीं और उन्होंने जब कड़ा विरोध दर्ज कराया तो ‘पिंजरा तोड़’ के नेताओं ने कहा:
“कफ़न बाँध कर आए हैं। जो हमारे साथ नहीं, वो देश का गद्दार है।”
दरियागंज दिल्ली गेट पर इसी ‘पिंजरा तोड़’ के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पुलिस के साथ झड़प की लेकिन इनमें से किसी एक को भी गिरफ़्तार नहीं किया गया। वो सभी हिंसक हरकतें कर के भाग खड़े हुए। फँसा कौन? स्थानीय लोग। स्थानीय लोगों में से कई आज भी पुलिस केस और अदालती कार्रवाइयों का सामना कर रहे हैं। करनी उनकी और भुगतना हमें पड़ रहा है।
हम इलाक़े में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे हैं। यहाँ हम किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं कर सकते। ट्रांस-यमुना क्षेत्र में कई प्रदर्शन स्थलों पर ‘पिंजरा तोड़’ ने पहले भी हिंसा फैलाने की कोशिशें की थीं लेकिन हमने उन्हें सफल नहीं होने दिया। हमारे लिए प्रार्थना कीजिए। इन असामाजिक तत्वों को यहाँ हिंसा करने और अराजकता फैलाने से रोकने में हमारी मदद कीजिए।