गुजरात के मेहसाणा जिले में नसबंदी कांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में आरोप है कि स्वास्थ्यकर्मियों शहजाद अजमेरी और जहीर सोलंकी ने अपने टारगेट पूरा करने के लिए दो युवकों की बिना सहमति के नसबंदी कर दी। पीड़ितों में से एक युवक की शादी एक महीने बाद शादी होने वाली थी। इस घटना के बाद लड़की वालों ने रिश्ता तोड़ दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वास्थ्यकर्मी शहजाद अजमेरी ने नवी शेधावी गाँव निवासी 31 साल के अविवाहित गोविंद धनतरी को काम का लालच देकर झाँसा दिया। शहजाद ने गोविंद से कहा कि उसे खेतों में मजदूरी के लिए ले जाया जाएगा। लेकिन इसके बजाय उसे एडालज अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुँचने के बाद गोविंद को शराब पिलाई गई और नसबंदी के लिए सहमति पत्र पर उसके अंगूठे का निशान ले लिया गया। कागजों में उसे विवाहित दिखाया गया, ताकि नियमों का उल्लंघन छुपाया जा सके।
SHOCKING: Unmarried Hindu youths forcibly sterilized by health workers Shezad Ajmeri and Zahir Solanki in Mahesana, Gujarat.
— Treeni (@TheTreeni) December 9, 2024
One youth alleged he was lured with a job offer, given liquor, and subjected to a vasectomy without consent.
Another claimed he was similarly tricked at… pic.twitter.com/YhrDNgGBS9
इस घटना में मुख्य आरोपित शहजाद अजमेरी और जहीर सोलंकी हैं। शहजाद का एक ऑपरेशन का टारगेट बाकी था, जिसे पूरा करने के लिए उसने जहीर के साथ मिलकर गोविंद की नसबंदी की। दोनों स्वास्थ्यकर्मी अब निलंबित हैं। शहजाद ने दावा किया कि वह निर्दोष है और जहीर ने ही युवक को लाकर ऑपरेशन कराया।
इस घटना ने विभाग में टारगेट आधारित नसबंदी अभियान की पोल खोल दी है। स्वास्थ्य अधिकारी जी.बी. गढ़वी ने स्वीकार किया कि सबरकांठा में 375 ऑपरेशनों को टारगेट बेस पर अंजाम दिया गया। हालाँकि, स्वास्थ्य मंत्री रिषिकेश पटेल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि नसबंदी पूरी तरह स्वैच्छिक है।
बहरलहाल, घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए धनाली स्वास्थ्य केंद्र के मल्टीपर्पज स्वास्थ्यकर्मी शहजाद अजमेरी को निलंबित कर दिया। उन्हें मेहसाणा से खेरालु स्वास्थ्य केंद्र स्थानांतरित किया गया। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने 8 अन्य कर्मचारियों को नोटिस जारी किया और मामले की विस्तृत जाँच के आदेश दिए हैं। इस कांड के बाद विभाग ने एडालज अस्पताल में 22 नवंबप 2024 को हुए सभी 28 नसबंदी ऑपरेशनों की जाँच शुरू कर दी है।
विहिप ने लगाया हिंदुओं को टारगेट करने का आरोप
विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले को हिंदू युवकों को टारगेट करने की साजिश बताया है। यह कांड न केवल स्वास्थ्य विभाग की खामियों को उजागर करता है, बल्कि लोगों के विश्वास को भी गहरा आघात पहुँचाता है। पीड़ितों को न्याय और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।