उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक मुस्लिम दम्पति ने घर वापसी की है। अब अब्दुल्ला शिव प्रसाद बन चुके हैं, जबकि उनकी बीवी फातिमा अब कविता के नाम से जानी जाएँगी। मंगलवार (20 फरवरी 2024) को इस परिवार ने विधि-विधान से सुंदरकांड का पाठ और हवन आदि कर घरवापसी की। 25 साल पहले इस्लाम कबूल करने वाले इस दम्पति ने अपना जीवन सनातनी के रूप में बिताने का संकल्प लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिव प्रसाद मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले हैं। लगभग 25 साल पहले वो रोजी-रोटी के मकसद से फतेहपुर के थाना क्षेत्र हथगाम आए थे। यहाँ वो अधारी गाँव में एक मुस्लिम व्यक्ति के घर में किराए पर रहने लगे। मकान मालिक अक्सर उनसे इस्लाम कबूलने के लिए कहा करता था। एक दिन उसके प्रभाव में आकर पति-पत्नी ने इस्लाम कबूल कर लिया। शिव प्रसाद ने अपना नाम अब्दुल्ला और पत्नी कविता का नाम फातिमा कर दिया।
लगभग 6 महीने पहले शिव प्रसाद ने गाँव अधारी में अपना मकान भी बनवा लिया है। उनका कहना है कि वो सनातनी थे और भविष्य में भी वही रहेंगे। इस्लाम कबूलने की वजह उन्होंने आसपास के लोग और वैसा ही माहौल बताया। लगभग 20 दिन पहले शिव प्रसाद ने एक स्थानीय हिन्दू संगठन राम दल के अध्यक्ष अगेन्द्र साहू से सम्पर्क किया और फिर से सनातन में आने की इच्छा जताई। अगेन्द्र साहू के मुताबिक उन्होंने धर्मान्तरित दम्पति को सुरक्षा का भरोसा दिया। आखिरकार मंगलवार को पति-पत्नी ने घर वापसी कर ली।
इस मौके पर शिव प्रसाद के घर में सुंदर काण्ड का पाठ हुआ, जिसमें स्थानीय हिन्दू संगठन के सदस्यों ने भी भागीदारी की। बाद में हवन हुआ जिसमें सनातनी परिधान में पति-पत्नी शामिल हुए। दोनों ने फिर से सनातनी बनने पर बेहद ख़ुशी जताई है। साथ ही उन्होंने भविष्य में भी सनातनी ही रहने का संकल्प लिया।
Shiv Prasad and Fatima become Abdullah after returning home in Fatehpur