गार्गी कॉलेज में पिछले दिनों हुए छेड़खानी की घटना के विरोध में छात्राओं का चल रहा धरना प्रदर्शन अब तेज हो गया है। वहीं पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही मामले का खुलासा करने के लिए दिल्ली पुलिस ने 11 टीमों को दिन-रात जाँच में लगा दिया है।
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि इस मामले में पुलिस की 11 टीमें जाँच कर रही हैं। साथ ही अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गीतांजलि खंडेलवाल की टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मोबाइल सर्विलांस की मदद से 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि, गिरफ्तार आरोपित वारदात वाली रात सीसीटीवी में जबरन कॉलेज में प्रवेश करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही आरोपितों की पहचान छात्राओं से करवाने के बाद ही उनसे मामले की पूछताछ भी की जा रही है।
DCP South Delhi A Thakur:10 ppl arrested in connection with the case registered in PS Hauz Khas.Over 11 teams working on the case,looking at technical details available&visiting various sites in NCR for identification of suspects.Gargi College authorities spoken to by probe teams
— ANI (@ANI) February 12, 2020
इस बीच पुलिस टीम ने 57 छात्राओं से बयान लिए है। इन बयानों के आधार पर पुलिस टीम ने यह जानकारी जुटाई कि पार्टी में कितने लोग कैसे-कैसे शामिल हुए थे। इसके अलावा कॉलेज के सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ के बाद पुलिस को कई अहम सुराग भी मिले है। सुरक्षाकर्मियों ने ही वीडियो फुटेज की मदद से आरोपितों की पहचान करवाने में पुलिस की मदद की है।
Delhi Police on Gargi College case: 23 CCTV footages have been examined by Police, three of them are focused on ground where the festival was on. Initial probe suggests that College was at fault, the college authorities had not informed Police about the festival. Further probe on
— ANI (@ANI) February 12, 2020
उधर बुधवार को पूरे दिन कॉलेज की छात्राओं का कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी जारी रही। साथ ही प्रदर्शन कर रही छात्राएं लगातार घटना के विरोध में कॉलेज प्रिंसिपल के इस्तीफे की माँग कर रही हैं। वहीं कॉलेज प्रिंसिपल प्रमिला कुमार का कहना है कि हम प्रदर्शनकारी छात्राओं से लगातार बातचीत कर रहे हैं और परिसर में सब कुछ सामान्य है। पूरे मामले से दिल्ली पुलिस को अवगत करा दिया गया है।
Salute to the students of Gargi College. Here, they are asking the college principal to resign or constitute an inquiry committee to look into the mass complaints of sexual harassment in college’s annual fest.
— @ PRINCE KARNA(AVINASH) (@princekarna1997) February 10, 2020
Women Against Sexual Violence!#GargiCollege @ANI @ndtvindia pic.twitter.com/2rk7Kp8MZA
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी प्राचार्यों को परामर्श जारी कर छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। विश्वविद्यालय ने 10 फरवरी को जारी परामर्श में कॉलेजों को दो सप्ताह के भीतर छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देने के लिए भी कहा है। डीयू ने गार्गी कॉलेज में हुई घटना की निंदा करते हुए पुलिस से इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। परामर्श में कहा गया है कि डीयू ने कॉलेज की प्राचार्य से इस मामले में की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट भी माँगी है।
आपको बता दें कि गार्गी कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक फेस्ट का छह फरवरी को अंतिम दिन था। कुछ छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से छेड़छाड़ की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि कॉलेज परिसर में दोपहर को जबरन घुसे बाहरी लोगों ने छात्राओं के सामने अश्लील हरकत कर छेड़छाड़ की। इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए उन्होंने इसे सुरक्षा में भारी चूक करार दिया था। वहीं इसके बाद घटना को लेकर कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और मामले में पुलिस से शिकायत की गई। वहीं कॉलेज की प्रिंसिपल ने पूरे मामले की जाँच के लिए एक हाई लेवल फैक्ट फाइंडिग कमेटी भी बनाई है।
गार्गी कॉलेज में छेड़-छाड़ जरूर हुई, लेकिन धार्मिक नारों की बात सिर्फ वामपंथी मीडिया की करामात है