कर्नाटक के मंगलुरु में एक मिशनरी स्कूल के अंदर हिन्दू देवी-देवताओं के अपमान पर उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। क्लास 7 में पढ़ने वाली जिस छात्रा ने इस अपमान के खिलाफ आवाज उठाई थी, उसके परिजनों को अब धमकियाँ मिल रहीं हैं। छात्रा के घर वालों के न सिर्फ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किए जा रहे हैं बल्कि कई विदेशी नंबरों से उन्हें धमकाया भी जा रहा है। मंगलवार (20 फरवरी, 2024) को इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता छात्रा की माँ भी टीचर हैं। उन्होंने मंगलवार (20 फरवरी, 2024) को मंगलुरु के कंकनाड़ी पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है। शिकायत में बताया गया है कि उनके सोशल मीडिया हैंडल से परिवार वालों की तमाम तस्वीरें उठा ली गईं हैं। इन तस्वीरों को अलग-अलग कैप्शन दे कर वायरल किया जा रहा है। इसी के साथ खाड़ी देशों से पीड़िता के परिवार वालों को फोन पर धमकियाँ दी जा रही हैं। ये धमकियाँ सऊदी अरब, कुवैत और कतर आदि देशों से आ रहीं हैं। धमकी देने वाले पीड़िता के परिजनों को ही पूरे विवाद की वजह बताते हुए गंभीर परिजन भुगतने की चेतावनी दे रहे हैं।
क्या था पूरा मामला
ये मामला मेंगलुरु स्थित सेंट गेरोसा इंग्लिश एचआर प्राइमरी स्कूल का है। आरोप है कि बीते गुरुवार (8 फरवरी, 2024) को सातवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाते हुए एक टीचर ने रामायण और महाभारत को काल्पनिक बताया। क्लास में ही गोधरा काण्ड और बिलकिस बानो जैसे मुद्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी अशोभनीय बातें की गईं। इसका खुलासा होने के बाद स्थानीय भाजपा विधायक भरत शेट्टी की अगुवाई में स्कूल के आगे प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में बच्चों के ब्रेनवॉश की साजिश का आरोप लगाया। साथ ही ऐसी बातें हर साल होने का भी दावा किया गया। 11 फरवरी 2024 को हुए इस प्रदर्शन के दौरान भाजपा MLA भरत शेट्टी ने हिंदू परिजनों से ‘ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिला देने पर पुनर्विचार करने’ की भी अपील की। प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्या भी शामिल रहे। बाद में पुलिस ने भाजपा MLA भी पर केस दर्ज किया था।