तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में तिहरे सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर केस के मुख्य आरोपित कार्तिकेयन को गिरफ्तार कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। कार्तिकेयन द्रमुक (DMK) पार्टी के अडी द्रविड विंग उपसचिव सीनियाम्मल का बेटा है। पुलिस ने कार्तिकेयन को रविवार (जुलाई) को मदुरै में गिरफ्तार किया। आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 380 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि, कार्तिकेयन पूर्व महिला महापौर उमा माहेश्वरी, उनके पति मुरुगशंकरन और उनकी नौकरानी मारी की हत्या का मुख्य आरोपित है। इस हत्याकांड में संलिप्त दो अन्य आरोपितों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जाँच के लिए उसे पलयमकोट्टई के सशस्त्र सुरक्षा पुलिस बल ग्राउंड में लाया गया है।
#TamilNadu | Police arrests son of DMK member in connection with the Tirunelveli triple murder case@madhavpramod1 with the details pic.twitter.com/hBpRZ7Zkwd
— Mirror Now (@MirrorNow) July 30, 2019
पुलिस ने आरोपितों को हत्याकांड वाले क्षेत्र में रोज नगर के भोजनालयों और मंदिर के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा है, जिसमें उसकी कार वहाँ से गुजरती दिखाई दे रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये इस मामले में को सुलझाने में मजबूत कड़ी है। पुलिस ने बताया कि मृतक के घर में तलाशी लेने पर आरोपितों के फिंगरप्रिंट आलमारी पर थे और उन्होंने उस आलमारी से गायब सोने के आभूषण भी आरोपित के पास से बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपित ने अपने स्तर पर सबूतों को मिटाने का हर संभव प्रयास किया था।
गौरतलब है कि, डीएमके नेता और शहर की पूर्व मेयर उमा महेश्वरी, उनके पति व नौकरानी की अज्ञात हमलावरों ने रेड्डीयारपट्टी में मंगलवार (जुलाई 23, 2019) की शाम नृशंस हत्या कर दी। तिहरे हत्याकांड से स्थानीय इलाके में दहशत फैल गई है। इस हत्याकांड के दो दिन बाद ही पुलिस ने शक के आधार पर मदुरई में महिला विंग की उपसचिव सीनीअम्माल से 45 मिनट तक पूछताछ की थी। उन्होंने अपनी तबियत खराब होने और उपचार के लिए बेटे के पास रहने की बात कहते हुए आरोप को पूरी तरह से नकार दिया था।
लेकिन, पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि उपसचिव और पूर्व मेयर के बीच चुनाव में टिकट दिलाने के वादे पर हुए लेनदेन को लेकर मनमुटाव चल रहा है। डीएमके प्रमुख स्टालिन और कनीमोझी ने मृतकों के परिवार से मिलकर संवेदना जताई थी और इसे राज्य में कानून व्यवस्था की भयावह स्थिति करार दिया था। फिलहाल सारे मामले में डीएमके कैडर का हाथ होने की बात सामने आने पर डीएमके को झटका लगा है।