उत्तर प्रदेश के मथुरा में हिन्दू महासभा ने शाही ईदगाह मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने के लिए ‘हिन्दू महासभा’ ने संकल्प यात्रा का ऐलान किया है। कई अन्य हिन्दू संगठनों ने इस तरह के प्रदर्शनों और कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिससे वहाँ का पुलिस-प्रशासन हलकान है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और वहाँ स्थित शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के आसपास ‘येलो जोन’ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वो सोशल मीडिया पर कोई विवादित पोस्ट न करें।
अफवाहें फैलाने और भड़काऊ पोस्ट वगैरह करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। ‘हिन्दू महासभा’ ने 6 दिसंबर को मूर्ति स्थापना की घोषणा की है, जिस दिन 1992 में अयोध्या में बाबरी ढाँचे का विध्वंस हुआ था। एक अन्य हिन्दू संगठन ‘नारायणी सेना’ ने ऐलान किया है कि अवैध शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने के लिए विश्राम घाट से लेकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान तक मार्च निकाला जाएगा। डीएम नवनीत सिंह चहल स्पष्ट कह चुके हैं कि शांति भंग करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।
पुलिस पुलिस अधीक्षक (नगर) मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया “पुलिस के जवानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। येलो जोन में पुलिस-पीएसी की तैनाती की गई है।” उधर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने भी कहा कि वो स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और भड़काऊ पोस्ट डालने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।” अखिल भारत हिन्दू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति और नारायणी सेना जैसे संगठन वहाँ सक्रिय हैं।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का ऐलान, "अयोध्या हुई हमारी, अब मथुरा-काशी की बारी"#UttarpradesH @OfficeOfKPM #Ayodhya https://t.co/LIBdrwbzAZ
— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) November 30, 2021
उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। वहीं अब उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि ‘अयोध्या हुई हमारी, अब काशी-मथुरा की बारी’ वाला नारा संपन्न होता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में ‘वाराणसी कॉरिडोर’ का उद्घाटन करने के लिए जाने वाले हैं। मौर्य ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर के लिए लाठी भी खाई है और काशी विश्वनाथ में भी वो जब जल चढ़ाने जाते थे तो अंदर लाठीचार्ज होता था।
वहीं CRPF के महानिदेशक ने कहा है कि इबादतगाह के परिसर में संदग्ध गतिविधियाँ चल रही हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध लोग सुरक्षा व्यवस्था को देख रहे हैं और कानून-व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है। कुछ लोगों की गिरफ़्तारी हुई है और धारा-144 लागू है। 6 दिसंबर को शाही ईदगाह मस्जिद को ‘पवित्र करने’ की बातें भी की गई है। 24 नवंबर, 2021 को CRPF महानिदेशक ने केंद्र सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में कहा कि मथुरा में स्थिति ठीक नहीं है और कुछ संदेहास्पद गतिविधियाँ देखी गई हैं।