मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना गोंडा के थानाक्षेत्र नगर कोतवाली में 12 अक्टूबर 2024 को घटी। यहाँ शनिवार की शाम लगभग 7 बजे माँ दुर्गा का विसर्जन जुलूस खैरा मंदिर तालाब की तरफ जा रहा था। जुलूस में सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। जुलूस के रास्ते में मुस्लिम बहुल कहा जाने वाला मोहल्ला घोसियाना पड़ा। आरोप है कि घोसियाना से निकलने के दौरान जुलूस में शामिल लोगों पर पत्थरबाजी हुई। इस पत्थरबाजी से थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया।
घटनास्थल के पास ही गोंडा की नामी तकिया मस्जिद भी है। यहाँ नाराज श्रद्धालुओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और वहीं धरने पर बैठ गए। आसपास सब्ज़ियों के ठेले पलट दिए गए जिससे तनाव की स्थिति बन गई। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। क्षेत्र में सीनियर अधिकारियों के साथ अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया जिससे कुछ देर की गहमा-गहमी के बाद हालात सामान्य हुए। बाद में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मूर्तियों का विसर्जन करवाया गया।
समस्त अधिकारीगण मौके पर मौजूद हैं कानून व्यवस्था की स्थिति पूर्णतया सामान्य है, दशहरे का कार्यक्रम सकुशल चल रहा है
— Gonda Police (@gondapolice) October 12, 2024
मिली जानकारी के मुताबिक विसर्जन मार्ग में बने 2 व 3 मंजिला घरों से पत्थर फेंके गए थे। गोंडा के पुलिस अधीक्षक IPS विनीत जयसवाल ने बताया कि पत्थरबाजी करने वालों की तलाश की जा रही है। मामले में जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के मुताबिक जुलूस पूरी तरह से सकुशल सम्पन्न हुआ है।