जम्मू की कोट भलवाल जेल में जुमे की नमाज अदा करते हुए आतंकी मॉड्यूल के एक सदस्य की शुक्रवार (19 अगस्त, 2022) को मौत हो गई। पाकिस्तान बॉर्डर के पास विदेश से आने वाली विस्फोटक सामग्री और हथियारों को इकट्ठा करने व लेकर जाने जैसी गतिविधियों में इसका नाम शामिल था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिले में 29 मई को अंतर्राष्ट्रीय सीमा से विस्फोटक गिराए गए थे। इसी मामले में शामिल मॉड्यूल की जाँच कर रहे एनआईए ने अप्रैल महीने की शुरुआत में ही इस आरोपी को हिरासत में लिया था। मृतक कैदी कठुआ जिले के रामपुरा गाँव का रहने वाला था और इसकी उम्र 36 वर्ष बताई जा रही है।
मृतक कैदी का नाम मुनि मोहम्मद है, जिसको शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ते दिल का दौरा पड़ गया। जेल के ही एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी कि विचाराधीन कैदी मुनि मोहम्मद बाकी कैदियों के साथ नमाज अदा कर रहा था, तभी वह अचानक गिर पड़ा। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बताते चलें कि संदिग्ध आतंकी पर आईपीसी की धारा 121, 121 ए (साजिश रचने), 122, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 16, धारा 18 के तहत आरोप लगाए गए थे। वहीं बीती 10 अगस्त को ही इसे कोट भलवाल जेल भेजा गया था। मामले की शुरुआत 29 मई 2022 को हुई, जब कठुआ के राजबाग पुलिस थाने में दर्ज किया गया था। इसके बाद एनआईए द्वारा फिर से 30 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले में संघीय एजेंसी यानि NIA के एक प्रवक्ता ने बताया कि टीआरएफ के आतंकी पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर काम कर रहे हैं। एजेंसी ने कहा कि गुरुवार को ली गई तलाशी में विभिन्न आपत्तिजनक सामग्री, डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद हुए हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि यह मामला पहले 29 मई को कठुआ के राजबाग पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था जबकि एनआईए ने 30 जुलाई को फिर से मामला दर्ज किया था।