पंजाब नेशनल बैंक के 13 हज़ार करोड़ रुपए के घोटाले में लिप्त भगोड़ा आर्थिक अपराधी नीरव मोदी का रुआसा चेहरा उस समय देखने लायक था जब ब्रिटेन के चीफ़ मजिस्ट्रेट एम्मा आरबुथनोट ने यह ख़ुलासा किया कि वो वनुआटू का नागरिक बनने की कोशिश कर रहा था। यह कोशिश उसने 2017 के आख़िर में की थी, लेकिन वनुआटू के अधिकारियों को इस बात की ख़बर लग गई थी कि नीरव के ख़िलाफ़ क़ानूनी जाँच चल रही है, इसलिए नीरव को नागरिकता प्रदान करने से इनकार कर दिया गया। इस बात की जानकारी भारत सरकार की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील टोबी कैडमेन ने दी।
इसके अलावा टोबी कैडमेन ने यह भी बताया था कि नीरव ने एक गवाह को जान से मारने तक की धमकी भी दी है। यह धमकी आशीष नाम के शख़्स को फोन पर दी गई कि अगर वो कोर्ट में उसके ख़िलाफ़ गवाही देगा तो अपनी जान से हाथ धो बैठेगा।
ख़बर के अनुसार, वनुआटू की नागरिकता प्राप्त करने के लिए नीरव ने 13895843 रुपए देने की कोशिश की थी। बता दें कि जिस वनुआटू की बात हो रही है असल में वो दक्षिण प्रशांत महासागर का एक छोटा सा द्वीप है, जहाँ से नीरव मोदी अपना व्यापार चलाने की कोशिश में था।
इसके अलावा एक ख़बर यह भी है कि ब्रिटेन की अदालत में सुनवाई के दौरान जज अर्बनाट ने प्रॉसेक्यूशन से पूछा कि क्या विजय माल्या और नीरव मोदी दोनों को एक ही जेल में रखा जाएगा? इस पर भारत की ओर से बहस कर रहे क्राउन प्रॉसेक्यूशन सर्विस ने जवाब दिया गया कि प्रत्यर्पण के बाद नीरव मोदी को मुंबई लाया जाएगा और उसी आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा जिसे माल्या के लिए तैयार किया गया है।
भारत ने यूके को इस बात से भीा अवगत कराया है कि भगोड़े विजय माल्या को जेल में दो मंजिला कॉम्प्लेक्स के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा। आर्थर रोड जेल में हाई सिक्योरिटी सेल तैयार की गई है। इसी जेल में मुंबई हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब को भी रखा गया था।