Sunday, December 22, 2024
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भारत-नेपाल सीमा से हिज्बुल के 3 आतंकी गिरफ्तार, लोकसभा चुनावों के दौरान वारदात को देना चाहते थे अंजाम: यूपी ATS कर रही पूछताछ

एटीएस को इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि कुछ पाकिस्तानी नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश में हैं, जिनकी मदद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कर रही है। इन्होंने आईएसआई की मदद से हिज्बुल के ट्रेनिंग कैंप में हथियारों की ट्रेनिंग ली है और वो भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने आ रहे हैं। इसी सूचना के अधार पर यूपी एटीएस की गोरखपुर यूनिट ने इलेक्ट्रॉनिक और जमीनी सर्विलांस के माध्यम से ऑपरेशन चलाया और सोनौली बॉर्डर के पास फरेंदा नाम के गाँव के पास से 2 पाकिस्तानी आतंकियों और उनके एक कश्मीरी सहायक को गिरफ्तार कर लिया।

नेपाल के रास्ते भारत में एंट्री लेने की कोशिश कर रहे हिज्बुल मुजाहिद्दीन के तीन आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियों ने धर दबोचा है। इनमें से एक दो पाकिस्तानी नागरिक हैं, तो एक कश्मीरी आतंकवादी। यूपी एटीएस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इन तीनों को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की नेपाल सीमा से दबोचा गया। तीनों एक बस में सवार होकर नेपाल से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे, तभी जाँच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें धर दबोचा, फिर यूपी एटीएस के हवाले कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, इन आतंकियों को आईएसआई ने भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए भेजा था, इन तीनों की पहचान भी सामने आ चुकी है। इसमें से पहला- मोहम्मद अल्ताफ भट पुत्र खिजर मोहम्मट भट, निवासी मकान नम्बर 559, सादिकाबाद, रावलपिंंडी, पाकिस्तान है, तो दूसरा- सैय्यद गजनफर पुत्र सैय्यद मोहम्मद सैय्यद, निवासी-तरामणि चौक इरफानाबाद, एफ-87, हाउस नम्बर 19, जामिया अली मुर्तजा मस्जिद, इस्लामाबाद, पाकिस्तान है। वहीं, तीसरा आतंकी कश्मीरी है। उसकी पहचान नासिर अली पुत्र गुलाम अहमद अली निवासी कराली पोरा हवल श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर के रूप में हुई है।

यूपी एटीएस ने बताया है कि इन आतंकियों के आने की खुफिया सूचना मिली थी, जिसके बाद एटीएस ने नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर उन्हें पकड़ने की तैयारी की और एक बस से तीनों को गिरफ्तार किया। ये आतंकवादी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद अल्ताफ हिज्बुल के मुजफ्फराबाद कैंप में ट्रेनिंग ले चुका है और वो नेपाल में बैठे हिज्बुल के हैंडलर के संपर्क में था। हैंडलर ने ही अल्ताफ को नेपाल के रास्ते भारत पहुँचने का निर्देश दिया था। नेपाल के काठमांडू में आईएसआई का हैंडलर मिला जिसने अल्ताफ के साथ सैयद गजनफर को फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज उपलब्ध करवाए, जिसकी मदद से तीनों भारत आए।

एटीएस की आईजी निलाब्जा चौधरी ने कहा, एटीएस को इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि कुछ पाकिस्तानी नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश में हैं, जिनकी मदद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कर रही है। इन्होंने आईएसआई की मदद से हिज्बुल के ट्रेनिंग कैंप में हथियारों की ट्रेनिंग ली है और वो भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने आ रहे हैं। इसी सूचना के अधार पर यूपी एटीएस की गोरखपुर यूनिट ने इलेक्ट्रॉनिक और जमीनी सर्विलांस के माध्यम से ऑपरेशन चलाया और सोनौली बॉर्डर के पास फरेंदा नाम के गाँव के पास से 2 पाकिस्तानी आतंकियों और उनके एक कश्मीरी सहायक को गिरफ्तार कर लिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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