कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में इस्लामवादियों द्वारा हिंदुओं पर हमला करने के दो दिन बाद पीड़ितों ने सामने आकर अपनी आपबीती बताई है। एक हिंदू महिला ने बताया, “हम परसों रात से डर के साए में जी रहे हैं। उन्होंने बम फेंककर दहशत का माहौल पैदा कर दिया। हमारे लड़कों को घर से भगा दिया। हमारे घर जला दिए गए। डर से हम लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।”
पीड़िता ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को अपने घरों को छोड़कर सड़कों पर रहने को विवश होना पड़ा। पुलिस भी 4 घंटे के बाद आई। हिंदू निवासियों ने स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई भी मदद नहीं करने पर दुख व्यक्त किया। जबकि कोलकाता के मेयर और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस क्षेत्र के बेहद करीब रहते थे। लेकिन इनमें से कोई भी स्थानीय हिंदुओं की मदद के लिए नहीं आया। वहाँ रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पुलिस स्टेशन यहाँ से सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर है।
मोमिनपुर हिंसा में इस्लामवादियों ने हिंदुओं का सारा सामान जलाकर खाक कर दिया है। लेकिन पुलिस अभी भी मुस्लिम बहुसंख्यकों पर नरम दिखाई दे रही है। वीडियो में एक व्यक्ति पीछे से कहता है, “देखो मेरा घर पूरी तरह से जल गया है।” पीड़ितों ने शिकायत की कि उनके घरों को इस्लामवादियों ने लूट भी की। पीली साड़ी पहने हुए एक महिला काफी दुखी नजर आई। उसने बताया, “इस बमबारी में मुझे सबसे अधिक नुकसान हुआ।”
वीडियो में आप देख सकते हैं कि बमबारी में उसका बिस्तर जलकर राख बन गया है। महिला वीडियो में कह रही है, “दादा, देखो वो मेरा सारा सामान लूटकर ले गए। कुछ भी नहीं बचा है। जिस दीवार पर टीवी लगा है, उसे भी बमबारी में उड़ा दिया। पंखे की हालत देखिए। हमें सुरक्षा दी जाए।”
एक अन्य हिंदू पीड़ित ने बताया, “खिड़कियों से हमारे घरों पर पेट्रोल बम फेंके गए। खिड़की टूट गई थी और काँच पूरे बिस्तर पर बिखरा हुआ था। पथराव की वजह से जगह-जगह ईंटें पड़ी थीं। सुबह हमें गंदगी साफ करनी थी। हमें डर था कि कहीं छत गिर न जाए। हमारा सारा सामान बिस्तर पर था।”
मोमिनपुर हिंदू विरोधी दंगे
इससे पहले ऑपइंडिया ने बताया था कि कैसे इस्लामवादियों ने रविवार (9 अक्टूबर) शाम को मोमिनपुर के मैला डिपो में हिंदुओं पर हमला किया। यहाँ लक्ष्मी पूजा की शाम हिंदुओं की दुकानों और घरों पर दंगाइयों ने तोड़फोड़ की। इस दौरान हिंदुओं के घरों पर पेट्रोल बम फेंके गए, उनकी झोपड़ियों में आग लगा दी गई, उनके सामान तोड़ दिए गए। इसके बाद ये कट्टरपंथी भीड़ इकबालपुर थाने के भीतर इस्लामी झंडा लेकर घुसी और वहाँ भी काफी उत्पात मचाया गया।
বোমা ইট মারা হচ্ছে তাই জন্য পুলিশকেও পালাতে হচ্ছে পরিস্থিতি এতটাই খারাপ যে গণতন্ত্রের মুখে কালি মাখিয়ে দিয়েছে লক্ষ্মী পূজার দিন। pic.twitter.com/M7Xnu14pak
— PRITAM SUR (@pritamsur1) October 9, 2022
पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार के अनुसार, कोलकाता बंदरगाह क्षेत्र के मयूरभंज में उनके घरों पर हमले के बाद हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं, भाजपा नेता प्रीतम सूर ने भी इस भयावह घटना का वीडियो साझा किया, जहाँ बदमाशों को सड़कों पर हाथापाई करते हुए देखा गया।
हिंसा के मद्देनजर प्रदेश के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने बंगाल के गवर्नर व गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपील की थी कि वह मोमिनपुर में सेंट्रोल फोर्स (CAPF) तैनात करें क्योंकि राज्य सरकार दंगाइयों का मजहब देख उन्हें कुछ भी कहने से बच रही है।
On Sharad Purnima, when Bengali Hindus celebrate Kojagari Lakshmi Puja, Mominpura, a suburb of Kolkata, is witnessing communal violence. Kolkata police abandoned the Ekbalpore police station, perhaps on the orders of Home Minister Mamata Banerjee, while Islamists were on rampage. pic.twitter.com/hdNCd5wpLg
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 9, 2022
उल्लेखनीय है कि बंगाल में यह हिंसा 9 अक्टूबर 2022 को भड़की। वहाँ पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के मौके पर इस्लामियों ने हिंदुओं के घरों और दुकानों पर इस्लामी झंडे लगा दिए थे, जिन्हें कथिततौर पर हिंदुओं ने खोल दिया था। इसी के बाद 700 से अधिक की भीड़ में कट्टरपंथी इकट्ठा हुए और हिंदुओं के घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। बार-बार पुलिस को बुलाए जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई।