मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की नेतृत्व वाली दिल्ली के आम आदमी पार्टी की सरकार (Delhi Aam Aadami Party Government) द्वारा अंजाम दिए गए शराब घोटाले (Liquor Scam) में मंगलवार (27 सितंबर 2022) को पहली गिरफ्तारी हुई। राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने विजय नायर को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने शराब घोटाले में जो प्राथमिकी दर्ज की है, उसमें दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के अलावा विजय नायर का भी नाम है। इस FIR में कुल 14 लोगों को आरोपित बनाया गया है।
सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी ने बताया है कि विजय नायर अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जो राजनेता, नौकरशाह या शराब व्यापारी नहीं हैं। हालाँकि, दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के बनाने और उसके क्रियान्वयन में सीबीआई ने नायर की सक्रिय भूमिका बताई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नायर ने साल 2020 के दिल्ली राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान लिए AAP के लिए काम किया था। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों को आयोजित करने और उसके सोशल मीडिया हैंडल को मैनेज करने में मदद की थी।
कौन है विजय नायर
विजय नायर ‘ऑनली मच लाउडर’ के पूर्व CEO हैं। ऑनली मच लाउडर कंपनी महाराष्ट्र के मुंबई में पंजीकृत एक एंटरटेनमेंट ऐंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है। शराब घोटाले में इसका भी नाम सामने आया है।
विवादास्पद YouTube शो ‘ऑल इंडिया बकचोद (AIB)’ के पीछे विजय नायर का हाथ माना जाता है। गाली-गलौच से भरे इस शो के आते ही बवाल हो गया। लोगों ने इसकी जरूरत के नाम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया।
विजय नायर के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने 15 साल की उम्र में कॉलेज छोड़ दिया और 18 साल की उम्र में अपनी खुद की कंपनी शुरू कर ली थी। कंपनी का नाम ‘ओनली मच लाउडर’ (OML) था, जो अपने NH7 वीकेंडर संगीत समारोहों के लिए जानी जाती थी।
यह स्वतंत्र कलाकारों को बढ़ावा देने के साथ-साथ कॉमेडी ‘ऑल इंडिया बकचोद’ शुरू किया था। साल 2015 के बाद से उन पर साइबर स्टॉकिंग का एक मामला चल रहा है। नायर पर एक महिला ने स्टॉकिंग का आरोप लगाया था। इसको लेकर काफी बवाल हुआ था।
दरअसल, यह शो क्रिएटिविटी और लोगों को हँसाने के नाम पर तैयार किया गया था। इस चैनल ने 2 फरवरी 2013 को अपना पहला वीडियो डाला था। बातचीत फिल्मों के सीन को लेकर थी और बीच-बीच में गालियाँ बकी जा रही थीं। इस वीडियो को 8 लाख से अधिक लोगों ने देखा था।
इस शो में रेप जैसे मुद्दों पर बात करते हुए महिलाओं के कपड़ों और उनके चाल पर आपत्तिजनक से टिप्पणी की गई थी। मनोरंजन के नाम पर भद्दी गालियाँ, फूहड़ता और निम्नस्तरीय कंटेंट परोसने के बाद ऑल इंडिया बकचोद (AIB) में कार्यरत कई लोग #MeToo कैम्पेन में नाम उजागर होने के बाद से संस्था से हटा दिए गए थे।
साल 2019 में AIB ‘नए’ लोगों के साथ सोशल मीडिया पर वापसी करती नजर आई। उस दौरान AIB ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया था, जिसमें स्कूल के बच्चों को स्टेज परफॉर्मेंस के दौरान गाँजा (नशा) इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है। AIB ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसकी लोगों द्वारा काफी आलोचना की गई।