अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी, 2024) को राम मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद कई जगह पर असामाजिक तत्वों ने विवाद की स्थिति पैदा की। कहीं हिन्दुओं के उत्सव पर पत्थर बरसाए गए तो कहीं विवादित पोस्ट डाली गईं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी राम मंदिर को लेकर घृणा देखने को मिली। कहीं कहीं से हिन्दू ध्वजों को फाड़ने की घटनाएँ सामने आई हैं। यह घटनाएँ कर्नाटक से लेकर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से लेकर छत्तीसगढ़ में हुई हैं।
कर्नाटक में माहौल गर्म, लगा दी धारा 144
कर्नाटक में कई जगह से गड़बड़ी की खबरें आई हैं। जानकारी के अनुसार, कर्नाटक के कलबुर्गी में राम उत्सव समिति द्वारा निकाली जा रहे भगवान श्रीराम की शोभा यात्रा को पुलिस ने रोका। इसके बाद यहाँ मुस्लिम युवक भी बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। यात्रा को रोके के बाद सोमवार (22 जनवरी, 2024) को यहाँ के तहसीलदार सैय्यद शाश्वाली ने धारा 144 लगा दी, जिससे लोग एकत्र ना हों।
इसके अलावा कर्नाटक के बेलगावी में भी प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मना रहे हिन्दुओं पर पथराव किया गया। यहाँ मुस्लिम इलाके में यात्रा निकाल रहे हिन्दुओं के ऊपर पत्थरबाजी हुई। यह घटना भी सोमवार (22 जनवरी, 2024) की ही है। बताया गया कि जहाँ पथराव हुआ वह मुस्लिम जनसंख्या वाले इलाके हैं और यहाँ उत्सव मना रहे हिन्दू ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे जो उन्हें पसंद नहीं आया।
पुणे में सामने आए पोस्टर, लिखा – बाबरी को याद रखो
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के साथ ही पुणे के ‘भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान’ (FTII) में कुछ पोस्टर सामने आए। इन पोस्टर में ‘बाबरी को याद रखो’ लिखा हुआ था। इसके अलावा इन पोस्टर में अन्य कई भड़काऊ बातें भी लिखी हुई थी। पोस्टर की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई चालू कर दी है। पुलिस ने पोस्टर भी हटवाए हैं।
छतीसगढ़ में विवादित ढाँचे को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट, हिन्दू संगठन गुस्सा
छतीसगढ़ के राजनांदगाँव में मुस्लिम युवक युवतियों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विवादित बातें की। उन्होंने सोशल मीडिया पर विवादित ढाँचे बाबरी की तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और उसको लेकर आपत्तिजनक बातें लिखीं। इन विवादित पोस्ट करने वालों के नाम चिंटू खान, चमन खान और सालिका खान (युवती) हैं। यह घटना भी 22 जनवरी की बताई जा रही है। इनमें से दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवती अभी फरार है। हिन्दू संगठन इस पोस्ट के कारण आहत हैं और उन्होंने स्थानीय थाने खैरागढ़ पर प्रदर्शन भी किया है।
देहरादून और शाहजहाँपुर में धर्म ध्वजाओं का अपमान
उत्तराखंड के देहरादून और उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर से हिन्दू धर्म ध्वजाओं के अपमान की भी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, 22 जनवरी को देहरादून के कुंजाग्रांट में बड़ी स्क्रीन लगाकर प्राण प्रतिष्ठा देखने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान यहाँ सजावट की गई थी जिसमें भगवा झंडे भी लगाए गए थे।
जब कार्यक्रम खत्म हो गया और लोग अपने घरों को चले गए तो तीन मुस्लिम युवकों फिरोज, शाबत और शोएब ने झंडों को यहाँ से उठा लिया और अमर्यादित कृत्य किया। इस मामले की जानकारी होने पर हिन्दू संगठनों ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की और प्रदर्शन किया। पुलिस ने अब इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीँ उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में भी भगवा ध्वज का अपमान किया गया। जानकारी के अनुसार, शाहजहाँपुर के बतलैया गाँव में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में यात्रा निकाली गई थी। इसमें गाँव को सजाया गया था और जगह जगह पर भगवा झंडे लगाए गए थे। गाँव के कुछ मुस्लिम व्यक्तियों ने यह झंडे उतार कर फेंक दिए और इन पर गंदगी भी डाली। हिन्दू कार्यकर्ताओं ने इस मामले में ताज्जु, शाहनवाज, इकबाल, अजमल समेत 17 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया।