पश्चिम बंगाल (West bengal) के कोलकाता (Kolkata) से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहाँ एक रेस्टोरेंट में खाना खाने आए ग्राहकों पर रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने धारदार चाकू और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। घटना 26 दिसंबर 2021 की है और पीड़ितों में से एक की बहन जेनिफर देसाई ने इंस्टाग्राम (Instagram) के जरिए इस घटना को दुनिया के सामने रखा।
जेनिफर द्वारा की गई पोस्ट के मुताबिक, 26 दिसंबर की रात 11:15 बजे उसका भाई नंद देसाई (23) अपने दोस्त नवनीत सोनी (23), विनायक चौबे और अपने एक रिश्तेदार के साथ अरबिंदो सरानी स्थित करीम के रेस्टोरेंट में खाने के लिए गया था। वहाँ पहुँचने के बाद होटल के कर्मियों ने उन्हें खाना देने से पहले पैसे देने के लिए कहा तो उन्होंने पूरा पेमेंट कर दिया। इसके बाद होटल के कर्मचारियों ने उन्हें ठंडा खाना परोस दिया। जब उन्होंने वेटर से इसके बारे में सवाल किया तो उसने कहा कि रेस्टोरेंट बंद होने के टाइम पर ऐसा ही खाना मिलेगा।
खाना खाते वक्त समय उन्होंने वेटर से प्याज माँगा, लेकिन उसने देने से मना कर दिया। इस पर जेनिफर के भाई और उसके दोस्तों ने उससे एक्स्ट्रा पेमेंट और टिप देने की बात कही। जेनिफर ने ऑपइंडिया को बताया, “जब उन्होंने कहा कि अतिरिक्त भुगतान करने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है तो वेटर चिढ़ गया और गाली-गलौज करने लगा। उसने कहा कि उसे पैसे की परवाह नहीं है वो उन्हें मुफ्त में भी खिला सकता है। नंद को उसका बात करने का सलीका पसंद नहीं आया और उसने कहा कि वे फ्री में खाना नहीं खा रहे हैं।”
इस बीच वो खाना छोड़ रेस्टोरेंट के मैनेजर के पास पहुँच गए और वेटर की बदतमीजी की शिकायत होटल के मैनेजर से की। स्थिति से परेशान होकर नंद का रिश्तेदार होटल से बाहर निकल गया और वहीं से नंद के पिता को फोन कर घटना के बारे में जानकारी दी।
इंस्टा पोस्ट के मुताबिक, जेनिफर के भाई नंद और रेस्टोरेंट के कर्मियों के बीच झगड़ा बढ़ गया था। पोस्ट में लिखा, “बहस के दौरान वेटर बहुत पास आ गया। इस पर मेरे भाई नंद ने उसे पीछे धकेलकर अपने पास नहीं आने को कहा। साथ ही उसने नवनीत को बताया कि चीजें हाथ से बाहर हो रही हैं। इसलिए अब रेस्टोरेंट छोड़ देना चाहिए, लेकिन इससे पहले कि वो कुछ कर पाते पीछे से आए वेटर ने मेरे भाई को धारदार चाकू मार दिया। नंद को नीचे गिरते देख नवनीत ने वेटर व अन्य कर्मचारियों को धक्का मारकर पीछे किया और उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उस पर भी चाकू और रॉड से हमला कर दिया गया।”
जेनिफर के मुताबिक, चाकू लगने के बाद भी नंद ने उठने की कोशिश की, लेकिन उसे फिर से चाकू मार दिया गया। उसने कहा, “वे अर्ध बेहोशी की हालत में थे, जब करीम के कर्मचारियों ने उनका कॉलर पकड़कर रेस्टोरेंट से बाहर फेंक दिया। रेस्टोरेंट के बाहर तीन सीढ़ियाँ थीं, जिनसे वह नीचे गिर गया।” वे लोग किसी तरह घर पहुँचे, जिसके बाद नंद के परिजन उन दोनों को नजदीकी अस्पताल में ले गए, लेकिन घाव गहरा होने के कारण सर्जरी की जरूरत थी। इसके बाद वो उन दोनों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज लेकर गए।
उसने आगे कहा, “अस्पताल के डॉक्टर ने खून को रोकने की कोशिश की, लेकिन धमनी फटने के कारण खून बंद ही नहीं हो रहा था। बाद में एक सर्जन ने एक घंटे में सर्जरी करके उसके खून को बंद किया। मेरे भाई को 13 टाँके लगे हैं। नवनीत को भी कई चोटें आईं और सिर पर दो कट लगे।”
पुलिस पर मदद नहीं करने का आरोप
जेनिफर ने कोलकाता पुलिस पर मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शुरुआत में उन्हें FIR दर्ज करवाने के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। जेनिफर ने कहा, “उनका इलाज कराने के बाद FIR लिखवाने के लिए हम सभी बर्टोला पुलिस स्टेशन गए थे, लेकिन हमारे पहुँचने से पहले ही करीम का फोन थाने में आ चुका था। पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि करीम ने बताया है कि मेरे भाई और उसके दोस्तों ने लड़ाई की शुरुआत की थी। उसने यह भी आरोप लगाया कि मेरा भाई और उसके दोस्त शराब पी रहे थे।”
पीड़ितों के बयान पर ध्यान नहीं देने पर जब जेनिफर ने पुलिस अधिकारी से बात की तो उसने केवल उसे उसके भाई का ख्याल रखने के लिए कहा। जेनिफर ने शंका जाहिर करते हुए कहा कि पता नहीं पुलिस वाले मामले की सही तरीके से जाँच करेंगे भी या नहीं।
पुलिस द्वारा दर्ज FIR
इस केस में पुलिस ने जो FIR दर्ज की है उसकी कॉपी ऑपइंडिया को भी मिली है। इसके मुताबिक, जावेद अख्तर, आसिफ करीम सिद्दीकी, प्रदीप डे, परितोष कुमार मंडल, सुदीप पंत और अन्य को आरोपित बनाया गया है। एफआईआर में आईपीसी की धारा 326 और 114 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसमें धारा 326 गैर-जमानती है।
इसमें कुछ खास नहीं लिखा गया है। केवल इतना लिखा गया है कि आरोपित ने शिकायतकर्ता और उसके दोस्त को गंभीर रूप से घायल किया है।
ऑपइंडिया से बात करते हुए जेनिफर रोने लगीं। हाल ही उसकी माँ की मौत हुई थी। उन्होंने कहा, “मैं इस बात से इनकार नहीं कर रही हूँ कि मेरे भाई ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया या जवाबी कार्रवाई की, लेकिन छोटी-छोटी बातों पर किसी पर हमला करना उचित नहीं है।”