महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 30 साल की एक महिला से रेप के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दिया गया। खून से लथपथ महिला सड़क पर बेहोश मिली जिसके बाद उसे अस्पताल पहुॅंचाया गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब महाराष्ट्र के ही पुणे में 14 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर रखा है।
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के निर्भया कांड जैसी ही दिल दहला देने वाली घटना को मुंबई के साकीनाका में अंजाम दिया गया। प्राइवेट पार्ट में रॉड डाले जाने की वजह से पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार रात के तीन बजे के करीब इस घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान मनोज चौहान के तौर पर हुई है। माना जा रहा है कि उसके साथ कुछ और लोग इस घटना में शामिल हो सकते हैं।
आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 376, 323 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि देर रात तकरीबन 3:30 बजे कंट्रोल रूम को साकीनाका के खैरानी रोड पर एक महिला के खून से लथपथ पड़े होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुॅंची पुलिस उसे तत्काली राजावाडी अस्पताल ने गई।
गौरतलब है कि पुणे में 14 साल की लड़की के साथ हुए गैंगरेप में 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन सबने पीड़िता के साथ 5 अलग-अलग ठिकानों पर 48 घंटे के भीतर कई बार रेप किया। आरोपितों में लड़की का दोस्त, क्लास 4 के 2 रेलवे कर्मचारी और 11 ऑटोरिक्शा वाले शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक डीसीपी नम्रता पाटिल ने बताया, 31 अगस्त को नाबालिग अपने 19 साल के दोस्त से मिलने चुपचाप निकली। वो ऑटो रिक्शा करके पुणे स्टेशन पहुँची लेकिन जब दोस्त नहीं आया तो वह वहीं रोने लगी। इसके बाद एक ऑटो ड्राइवर ने उसे कहा कि वो स्टेशन से बाहर चले उसका दोस्त बुला रहा है। लड़की बाहर आई तो उसे पीने को पानी दिया गया लेकिन पानी पीते ही उसे चक्कर आ गए।
लड़की के बेहोश होने के बाद ड्राइवर ने सुनसान जगह ले जाकर उसका रेप किया और फिर ठिकाना बदल कर उसके बाकी साथी भी बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। पीड़िता को बिन कपड़े के एक कमरे में बंद किया गया था। कुछ-कुछ घंटे में ये आरोपित उसके पास जाते और उसका रेप करते। वो रो रोकर खाने को खाना और पहनने को कपड़े माँगती लेकिन कोई उसकी बात नहीं सुनता। इसके बजाय वह उसे धमकाते कि बाहर जाकर यदि किसी को कुछ कहा तो उसे जान से मार देंगे। जब लड़की की तबीयत बिगड़ी तो उसे एक आरोपित मुंबई के दादर स्टेशन छोड़ आया जहाँ रेलकर्मी ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में उसके दोस्त को उसे सौंप दिया।
7 सितंबर 2021 को जब दोनों चंडीगढ़ पहुँचे तो लड़की की गंभीर हालत देख GRP को शक हुआ और पूछताछ के बाद उसे प्रोजेक्ट डारेक्टर चाइल्ड लाईन को सौंप दिया गया। यहाँ लड़की ने आपबीती सुनाते हुए सारा खुलासा किया। क्रॉस चेक करने पर पता चला लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट वाकई दर्ज है। फिर पुलिस ने रेलवे स्टेशन के बाहर 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खँगाला और एक ऑटोरिक्शा वाले को पकड़ कर बाकी सब आरोपितों की भी जानकारी ले ली। गुनाह कबूलने के बाद इन्हें पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।