यूपी के कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवान धरने पर बैठे हैं। उसमें पहलवानों की अपील पर हरियाणा के खाप पंचायतों से लेकर राकेश टिकैत और गुरुनाम चढूनी जैसे नेता पहुँचे और अपना समर्थन दिया। वहीं, योग गुरु रामदेव भी भाजपा सांसद के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं।
पहलवानों के समर्थन में पहुँचे लोग ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी‘, ‘हमें चाहिए आजादी’, ‘मनुवाद मुर्दाबाद’ जैसे आपत्तिजनक नारे लगा चुके हैं। कई मौकों पर इन कथित किसान नेताओं से लेकर अन्य लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी की धमकी तक दे डाली है। CAA-NRC विरोधी शाहीन बाग और किसान आंदोलन के मुखौटे भी यहाँ पहुँच चुके हैं और पीएम मोदी के खिलाफ अपनी नफरत को उजागर कर चुके हैं।
ऐसी ही नफरत एक बार फिर से एक किसान नेता ने फिर से जाहिर की है। गुरुनाम चढूनी नाम के किसान नेता ने शुक्रवार (26 मई 2023) को हरियाणा के जींद में एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान चढ़ूनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया।
चढ़ूनी ने कहा, “अगर इतनी अकड़ है Modi तो एक बार कह दो कि हम बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं करते, फिर अगर BJP का कुत्ता भी हरियाणा में घुस गया तो बताना। लट्ठ जितने मर्जी चला लेना, कत्ल जितने मर्जी कर लेना, लेकिन हरियाणा में BJP का कुत्ता भी नहीं घुसेगा।”
चढ़ूनी के इस बयान पर पूर्व पहलवान और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “यह बेहद ही शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जंतर मंतर से शुरू हुए आंदोलन की अगुवाई अब गुरुनाम चढूनी जैसे आंदोलनजीवी द्वारा की जा रही है।”
यह बेहद हीं शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जंतर मंतर से शुरू हुए आंदोलन की अगुवाई अब गुरुनाम चढूनी जैसे आंदोलनजीवी द्वारा की जा रही है। जिस सभा में विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल @BJP4India और भारत देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के लिए जहरीले बोल, अपशब्द और… https://t.co/IMEHy68Ewr
— Babita Phogat (@BabitaPhogat) May 26, 2023
बबीता फोगाट ने आगे लिखा, “जिस सभा में विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भाजपा और भारत देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के लिए जहरीले बोल, अपशब्द और धमकियाँ दी जा रही है वो आंदोलन महिलाओं के अधिकार के लिए कैसे हो सकता है? महिलाओं के अधिकार के लिए उठी माँग व आंदोलन अब देश विरोधी ताकतों तथा खास राजनीतिक परिवारों को सुपुर्द होती दिख रही है !! *सावधान*।”
उधर रामदेव भी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। पहलवानों का समर्थन करते हुए और बृजभूषण सिंह का नाम लिए बिना रामदेव ने कहा कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष रोज मुँह उठा-उठाकर बहन-बेटियों के खिलाफ बकवास कर रहा है। उसे गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद भी रामदेव का नाम लिए बिना उन पर पहलवानों के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहलवानों को धरने के पीछे एक उद्योगपति, फोगाट परिवार और कॉन्ग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा हैं। भाजपा सांसद ने रामदेव को उद्योगपति कहकर संबोधित किया था। भाजपा सांसद रामदेव पर महर्षि पतंजलि के नाम का दुरुपयोग अपने स्वार्थ के लिए करने का आरोप लगा चुके हैं।
दिसंबर 2022 में रामदेव के पतंजलि पर नकली गाय का घी बेचने का आरोप लगाया था। उन्होंने यहाँ तक कह दिया था कि रामदेव गलत तरीके से ‘कपालभाति’ के बारे में बता रहे हैं, जिसका प्रतिकूल प्रभाव इसे करने वालों पर पड़ रहा है। इसके बाद रामदेव ने उन्हें लीगल नोटिस भेजकर माफी माँगने के लिए कहा था। हालाँकि, बृजभूषण शरण सिंह ने कह था, “मैं कभी माफी नहीं माँगूँगा। मैंने जो कहा है उस पर कायम हूँ।”
हालाँकि, अयोध्या के साधु-संत बृजभूषण सिंह के समर्थन में हैं। हनुमान गढ़ी के महंत बलराम दास ने कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह पर सोची-समझी साजिश के तहत आरोप लगाया गया है। ये आरोप झूठे हैं। आरोप लगाने वालों ने भगवान श्रीराम और माता सीता को भी नहीं छोड़ा था। धरने में राजनीतिक दल के लोगों को बुलाया जा रहा है। इससे यह साबित होता है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
बताते चलें कि 24 अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश के खांडवा में बोलते हुए स्वामी रामदेव ने कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे तो उनका रिमोट कंट्रोल रामदेव के पास रहेगा। रामदेव ने कहा था, “सत्य का रिमोट कंट्रोल सत्ता पर रहे और वह हम रखेंगे। राजनीति का शुद्धिकरण एक लंबा युद्ध है।”