Friday, November 15, 2024
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‘बृजभूषण को हटाना है, कुश्ती फेडरेशन पर कब्जा करना है’: योगेश्वर दत्त ने बताया पहलवानों ने घर आकर दिया था ऑफर, कहा- ससुर को कोच बता विनेश ने दिलवाए ₹30 लाख

विनेश फोगाट को लेकर योेगेश्वर दत्त ने कहा, "आप सरकार से जाकर मिले और आपने अपनी ट्रांसफर मनमर्जी से रेलवे में करवाई। रेलवे में जो हमारे कुश्ती के सीनियर अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ी रहे हैं, उनका आपने ट्रांसफर करवाया और उनकी जगह पर आप खुद बैठ गए।"

भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठने वाले पहलवानों को चैंपियनशिप के ट्रायल में छूट मिलने के बाद विवाद हो गया है। इस छूट को नए पहलवानों के साथ अन्याय बताया जा रहा है। इस फैसले पर सवाल उठाने वाले ओलंपियन योगेश्वर दत्त धरना देने वाले पहलवानों के निशाने पर आ गए हैं।

जो कोई इन पहलवानों के हाँ में हाँ नहीं मिला रहा है, उनको ये निशाने पर ले रहे हैं। चाहे वह सरकार हो, खेल मंत्री हों, दिल्ली पुलिस हो, भारतीय ओलंपिक संघ और उसकी अध्यक्ष पीटी उषा हों या योगेश्वर दत्त। ट्रायल में छूट के फैसले का विरोध करने पर विनेश फोगाट ने योगेश्वर दत्त को अपमानित करने की कोशिश की है। इसके बाद दत्त लाइव आए और कई खुलासे किए।

फर्जीवाड़ा कर पति के मामा को दिलवाई सरकारी ग्रांट

शुक्रवार (23 जून 2023) की रात को योगेश्वर दत्त अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आए और विनेश फोगाट के भ्रष्टाचार का खुलासा किया। योगेश्वर दत्त ने कहा कि विनेश फोगाट ने अपने पति के मामा को कोच बताकर हरियाणा सरकार से 25-30 लाख रुपए ग्रांट दिलाई।

विनेश फोगाट को लेकर योगेश्वर दत्त ने कहा, “आपका गुरु आपका ताऊ महावीर फोगाट है। आपको अभी हरियाणा सरकार से 25-30 लाख रुपए ग्रांट मिली थी, वह आपने कोच ओमप्रकाश दहिया को दिलवाई, जबकि वह आपका कोच नहीं है। आपने उसे कोच बनाकर उसे इतनी बड़ी ग्रांट दिलवा दी।”

योगेश्वर दत्त ने आगे कहा, “आपने उसे पैसे क्यों दिलवाए यह भी मैं बता देता हूँ। पूरे देशवासियों को पता होना चाहिए। जिस सोमबीर राठी से आपकी शादी हुई है, उनके मामा हैं ओमप्रकाश दहिया। इसलिए आपने अपने ताऊ को यहाँ पर छोड़ दिया और अपनी रिश्तेदारी निभाई। इन 25 लाख के लिए आपने क्या भूमिका सेट की, मुझे इसका नहीं पता।

रेलवे की नौकरी में फर्जीवाड़ा

योगेश्वर दत्त यहीं नहीं रूके। उन्होंने रेलवे में नौकरी में फर्जीवाड़ा का भी खुलासा किया। दत्त ने कहा, “आप सरकार से जाकर मिले और आपने अपनी ट्रांसफर मनमर्जी से रेलवे में करवाई। रेलवे में जो हमारे कुश्ती के सीनियर अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ी रहे हैं, उनका आपने ट्रांसफर करवाया और उनकी जगह पर आप खुद बैठ गए।”

ओलंपियन ने आगे कहा, “ऐसा कौन सा आंदोलन आपने किया कि आपके मन मुताबिक सारी बातें हो रही हैं? जिस लड़ाई को लेकर आप आए थे, वह लड़ाई कहाँ है आपकी? मेरी सभी खाप प्रतिनिधियों और किसान संगठनों से आग्रह है कि वह इस धरने की सच्चाई को जानिए। इस धरने के बाद से जो इन पहलवानों को बेनिफिट मिल रहा है, इसका क्या कारण है।”

धरना लीड करने पर हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष का लालच

योगेश्वर दत्त ने आगे कहा, “मुझे जंतर मंतर पर धरने का नेतृत्व करने के लिए कहा गया था। इसके लिए मुझे हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद का लालच भी दिया गया था। यह सारा खेल फेडरेशन पर कब्जे को लेकर किया गया है।”

योगेश्वर दत्त ने कहा कि जब पहलवानों के आरोपों के बाद जाँच कमिटी बनी थी, तब उसमें उन्हें सदस्य चुना गया था। उस समय 4 पहलवान और 3 कोच देर रात 9 बजे उनके घर पर आए और धरने को लीड करने के लिए कहा। दत्त ने कहा कि उन लोगों ने हरियाणा कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनवाने का लालच देते हुए कहा कि बृजभूषण सिंह को हटाना है और फेडरेशन पर कब्जा करना है।

योगेश्वर दत्त आगे बताते हैं, “मैंने कहा था कि लड़कियों पर शोषण के मामले के बीच मुझे कोई पद नहीं चाहिए। इस बातचीत का मकसद सिर्फ यही था कि बृजभूषण सिंह को हटाना है।” उन्होंने कहा कि अभी जो कष्ट निवारण कमेटी बनी थी, उसी में से एक कोच उनके घर आया था। दत्त ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे उन पहलवानों और कोचों के नामों का खुलासा करेंगे।

धरने के लिए पहलवानों पर डलवाया गया दबाव

योगेश्वर दत्त ने कहा, “पहले धरने में आपने रवि दहिया, दीपक पूनिया समेत तमाम पहलवानों को किस तरह से बुलाया था, वह भी हमें पता है। उन पहलवानों पर कहाँ-कहाँ से आपने कितना दबाव डलवाया, यह सब भी हम जानते हैं। इस बार भी आपने खूब कोशिश की, लेकिन आप के आंदोलन में कोई नहीं आया। सभी को सच्चाई मालूम हो गई है। यह सच्चाई मुझे पहले दिन से ही पता थी।”

धरना देने वाले पहलवानों को लेकर दत्त ने आगे कहा, “आज हरियाणा का कोई भी पहलवान आपके साथ नहीं है। पहले भी कोई नहीं था। खाप पंचायतों और किसान संगठनों को जो आपने बताया, वह आपके बहकावे में आ गए। वे आपसे बिना कुछ पूछे आपके साथ लगे रहे। आज वे अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।”

पहलवानों के माँ-बाप पर बनाया गया दबाव

विनेश फोगाट ने आरोपों का जवाब देते हुए योगेश्वर दत्त ने कहा, “उन्होंने लगाए कि मैंने कई शिकायतकर्ता खिलाड़ियों और उनके माँ-बाप को फोन किया और उनसे शिकायत वापस लेने के लिए कहा। मैं विनेश से यही कहूँगा कि जिन लड़कियों के पास मैं गया, उन्हें सामने आना चाहिए। जिन पहलवानों के माँ-बाप को मैंने फोन किया, उन्हें भी सामने आना चाहिए।”

योगेश्वर दत्त ने कहा कि उनसे खुद मिलने के लिए कई खिलाड़ी और उनके माँ-बाप आए थे। उन्होंने कहा, “वे लो मुझसे बोले कि योगेश्वर जी, हमें इस मामले में फँसाया जा रहा है। हमें नहीं पता था कि यह ऐसे करेंगे। हमारी बेटियों को बहला-फुसलाकर यहाँ लेकर आए थे। तीसरी पहलवान ने भी यही बात कही थी कि हमें फेडरेशन में जाकर अपनी बातें मनवानी है, यह कहकर वहाँ ले जाया गया था और हमें जंतर मंतर पर ले जाकर बैठा दिया।”

योगेश्वर दत्त ने आगे बताया, “इसी पहलवान के पिता ने मुझे फोन करके बताया कि विनेश फोगाट ने उस पहलवान की मम्मी के पास फोन किया था और भला-बुरा कहते हुए कहा कि तुमने शिकायत से नाम वापस क्यों लिया? तुम पीछे क्यों हट गई?” योगेश्वर दत्त ने फिर जोर देकर कहा कि ये सारा खेल फेडरेशन पर कब्जे को लेकर था।

विनेश फोगाट कई बार ले चुकी हैं छूट

योगेश्वर दत्त ने कहा कि विनेश फोगाट पहले भी कई बार छूट ले चुकी हैं। उन्होंने कहा कि 2017 में इंडोनेशिया गेम्स के लिए उनका ट्रायल नहीं लिया गया था। इसके अलावा, विनेश फोगाट ने फेडरेशन से कहा कि 48 की जगह 53 किलोग्राम वर्ग में उनका चयन किया जाए और फेडरेशन ने वह भी किया। योगेश्वर दत्त ने कहा कि इन सब सहूलियत मिलने के बाद भी वह इंडोनेशिया गेम्स खेलने नहीं गईं।

दत्त ने कहा, “जिस खिलाड़ी का 53 वेट था, उसका वेट 48 करना पड़ा और वह वेट चेंज की वजह से हार गई। इस वजह से दोनों वेट कैटेगरी में भारत को कुछ नहीं मिला। इसके बावजूद भी आप पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बस आपको शोकॉज नोटिस देकर छोड़ दिया गया। शोकॉज नोटिस भी दिया या नहीं, यह भी मुझे पक्का नहीं पता।”

दत्त के अनुसार, साल 2018 के एशियन गेम्स के ट्रायल भी विनेश फोगाट ने नहीं दिए थे। फेडरेशन पर दबाव डालकर वह बिना ट्रायल के ही एशियन गेम्स के लिए गई थीं।” उन्होंने आगे कहा, “जहाँ तक मेरा मानना है कि फेडरेशन ने आपका दबाव इसलिए माना, क्योंकि आप अच्छी खिलाड़ी थीं। इसका मैं कोई और मतलब नहीं निकाल सकता।”

योगेश्वर दत्त ने आगे कहा, “2019 ओलिंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में आप हंगरी गई थीं। बिना कोच के आप गई थीं। यह सभी चीजें हमें ओवरसाइट कमेटी से पता लगी हैं। वहाँ पर किसी भारतीय कोच के साथ आप नहीं रहीं, उनसे अलग रहीं।”

उन्होंने आगे कहा, “2022 के विश्व चैंपियनशिप प्रतियोगिता में भी आपने ट्रायल न करवाने की जिद की थी। कहा था कि मुझे बिना ट्रायल के भेजो, लेकिन आप की ट्रायल ली गई। आपकी ट्रायल इसलिए हुई, क्योंकि आपके वेट में अंतिम नाम की लड़की थी, जो आपके बराबर की थी। उसके साथ आप की ट्रायल हुई।”

बताते चलें कि योगेश्वर दत्त ने यह खुलासा तब किया है, जब उन्होंने इन पहलवानों को मिली ट्रायल से छूट पर सवाल उठाया था। इसके बाद विनेश फोगाट ने इन्हें बृजभूषण सिंह की थाली का झूठा खाने वाला, महिला पहलवानों के नाम मीडिया में लीक करने वाला, कुश्ती का गद्दार सहित कई आरोप लगाए थे। इसके बाद योगेश्वर दत्त ने इन सब बातों का खुलासा किया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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