देश की राजधानी दिल्ली में हिन्दू युवक से दोस्ती न तोड़ने पर एक मुस्लिम लड़की की पर्सनल तस्वीरें वायरल करने का मामला सामने आया है। इस हरकत का आरोप ज़ुबैर राव और यासीन मलिक नाम के 2 युवकों पर लगा है। ये दोनों युवक लड़की के पूर्व दोस्त बताए जा रहे हैं। तस्वीरें वायरल करते हुए इन दोनों ने पीड़िता पर मजहब के खिलाफ जाने जैसी बातें की हैं। पुलिस ने सोमवार (11 मार्च 2024) को जानकारी देते हुए बताया कि यासीन और जुबैर को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने मेटा को पत्र लिख कर पीड़िता की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो हटाने के लिए कहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना दिल्ली के थानाक्षेत्र किशनगढ़ की है। यहाँ एक 25 वर्षीया महिला ने पुलिस में शिकायत देते हुए बताया है कि उनकी प्राइवेट फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल संदेशों में पीड़िता पर हिन्दू लड़के से रिश्ता रखने और इस्लामी तौर-तरीकों के खिलाफ जाने जैसी बातें लिखी हुई थीं। पीड़िता ने इस हरकत का आरोप 23 वर्षीय यासीन मलिक और 22 वर्षीय जुबैर राव पर लगाया। पुलिस ने FIR दर्ज कर के दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता दक्षिणी दिल्ली के एक पाँच सितारा होटल में हाउस कीपिंग स्टाफ के तौर पर काम करती है। कोविड काल के दौरान साल 2019 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया के माध्यम से सहारनपुर उत्तर प्रदेश निवासी जुबैर से हुई थी। लगभग 4 माह तक चली इस दोस्ती के बाद पीड़िता की जान पहचान बरेली के यासींन से हुई। पीड़िता और यासीन में दिसंबर 2023 तक बातचीत होती रही। इसी माह पीड़िता को दक्षिणी दिल्ली के एक 5 स्टार होटल में नौकरी मिल गई। यहाँ उसकी जान पहचान अपने एक हिन्दू सहकर्मी से हो गई।
जब यासीन को इसकी जानकारी हुई तो वह आग बबूला हो उठा। उसने पीड़िता को उसके हिन्दू सहकर्मी के खिलाफ खूब भड़काया। यासीन ने लड़की को बताया कि हिन्दू युवक को उसे अपने प्यार में फँसाने के लिए RSS की तरफ से 2 लाख रुपए मिले हैं। इसके अलावा यासीन ने धर्म भ्र्ष्ट होने और युवक के काफिर होने जैसी पट्टी भी पीड़िता को पढ़ाई। हालाँकि इसके बावजूद पीड़िता ने अपने हिन्दू सहकर्मी से रिश्ता खत्म नहीं किया। इस से नाराज हो कर यासीन ने पीड़िता के पूर्व दोस्त जुबैर को सम्पर्क किया।
पीड़िता का रिश्ता उसके हिन्दू सहकर्मी से तोड़ने के लिए जुबैर और यासीन एक हो गए। इन दोनों ने धमकी दी कि अगर उसने अपने सहकर्मी से बातचीत बंद नहीं की तो उसके प्राइवेट फोटो और वीडियो वायरल कर दिए जाएँगे। हालाँकि इस धमकी से भी पीड़िता नहीं डरी तो जुबैर ने उसके 10 फोटो लड़की के अब्बा को भेज दिए। इस से भी जब आरोपितों का मन नहीं भरा तो यासीन ने एक फर्जी इंस्टाग्राम हैंडल बनाया। इस हैंडल से उसने लड़की के रिश्तेदारों को जोड़ा और 10 प्राइवेट तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दीं।
यासीन ने यह तस्वीरें शेयर करते हए कैप्शन में पीड़िता को धर्म भ्र्ष्ट करने सहित अपनी कौम पर कलंक जैसी बातें लिखीं थीं। जब पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस में दी तब जुबैर ने उसे केस वापसी के लिए समझौता करने के लिए बुलवाया। मुलाकात दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर तय हुई जहाँ पहले से ही पुलिस तैनात थी। जुबैर के आते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में दबिश दे कर यासीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मेटा को पत्र लिख कर पीड़िता की आपत्तिजनक तस्वीरें प्लेटफार्म से हटाने के लिए कहा है।