केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार (16 अक्टूबर 2024) को 6 रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ा दिया। कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी सरसों-तिलहन में 300 रुपए किया गया है। इस तरह सरसों-तिलहन की कीमत 5,650 रुपए से बढ़कर 5,950 रुपए हो गई है।
मसूर के समर्थन मूल्य में 275 रुपए की वृद्धि की गई है। पहले इसका MSP 6,425 रुपए प्रति क्विंटल था, जो अब बढ़कर 6,700 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। चना के समर्थन मूल्य में 210 रुपए की वृद्धि की गई है। पहले चना का समर्थन मूल्य 5,440 रुपए था जो बढ़कर 5,650 रुपए हो गया है।
गेहूँ का मूल्य 150 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है, जिसका समर्थन मूल्य 2,275 से बढ़कर 2,425 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। कुसुम यानी सूर्यमुखी का न्यूनतम समर्थन मूल्य में 140 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। अब इसका मूल्य 5,800 रुपए प्रति क्विंटल से 5,940 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।
Central Government notifies MSP for 6 crops in Rabi marketing season for 2025-26.
— ANI (@ANI) October 16, 2024
Wheat – Rs 2425 from Rs 2275
Barley – Rs 1980 from Rs 1850
Gram – Rs 5650 from Rs 5440
Lentil – Rs 6700 from 6425
Rapeseed/Mustard – Rs 5950 from Rs 5650
Safflower – Rs 5940 from Rs 5800 pic.twitter.com/Poqn53RtXj
जौ की कीमत में 130 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह जौ का मूल्य अब 1,850 रुपए से बढ़कर 1,980 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। बता दें कि न्यूनतम समर्थन मूल्य वो मूल्य होता है, जो किसानों को उनकी फसलों के न्यूनतम मूल्य सरकार तय करती है। हालाँकि, बाजार में उस फसल की कीमत कम हो सकती है।
MSP में 23 फसलें शामिल हैं। इनमें 7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूँ, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ), 5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर), 7 तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड) और 4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट) शामिल हैं।