Saturday, November 9, 2024
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कौन कहता है कमजोर हुआ नरेंद्र मोदी का मैजिक, क्योंकि पब्लिक कह रही उन जैसा प्रधानमंत्री कोई नहीं: राहुल गाँधी के लिए दिल्ली अब भी बहुत दूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गाँधी, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया है। 12-12 प्रतिशत लोगों ने माना कि अब तक सबसे अच्छे प्रधानमंत्री में मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिया। वहीं, 10 प्रतिशत लोगों ने इंदिरा गाँधी और 5 प्रतिशत लोगों ने जवाहरलाल नेहरू का नाम लिया।

प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी अभी भी सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। ये बात मैं नहीं, बल्कि एक सर्वे कह रहा है। सर्वे में 49 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी को सबसे बेहतर विकल्प बताया है। वहीं, सर्वे में शामिल 22 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो ये मानते हैं कि कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी बेहतर प्रधानमंत्री साबित होंगे।

इस साल हुए लोेकसभा चुनावों में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। हालाँकि, पिछली बार की तुलना में इस बार भाजपा की सीटों में कमी देखी गई है। पिछले लोकसभा चुनावों यानी साल 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को 303 सीटें मिली थीं। यानी बहुमत के आँकड़े से 31 सीटें अधिक मिली थीं।

इस साल हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा को 240 सीटें मिलीं। यानी कि वह बहुमत का आँकड़ा नहीं छू पाई। इसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इकबाल कम हुआ है और भाजपा सरकार की लोकप्रियता में कमी आई है। इतना ही नहीं, भाजपा के जुड़े कार्यकर्ता भी ये मान रहे हैं कि नरेंद्र मोदी की सरकार में पहले वाली बात नहीं है।

इसके पीछे वे तर्क देते हैं कि अपने फैसलों को लेकर अडिग रहने वाली मोदी सरकार अब अपने पाँव पीछे खींचने के लिए मजबूर हो गई है। इसके लिए वे वक्त बोर्ड बिल को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजकर ठंडे बस्ते में डालने की बात हो या लेटरल एंट्री वाले अपने आदेश को वापस को लेने के मुद्दे का तर्क देते हैं। सोशल मीडिया पर सरकार समर्थक भी इसको लेकर आलोचना करते रहते हैं।

हालाँकि, सरकार लोगों की माँगों को वृहद दायरे में रखकर निर्णय ले रही है, ये बात कोई समझने को तैयार नहीं है। पिछले बार की भारी बहुमत वाली सरकार में भी पीएम नरेंद्र मोदी ने विरोध के बाद तीन कृषि कानूनों को वापस लिया था। यह सब जनता के हित और उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप सरकार की प्रतिक्रिया थी।

हालिया सर्वे उनके इस दावे के झुठला रहा है कि मोदी सरकार का जलवा कम हुआ है। दरअसल, इन्हीं विषयों पर जनता का मूड जानने के लिए आजतक ने सी-वोटर के साथ मिलकर ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे किया। इस सर्वे में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी की पसंद के आसपास कोई भी नेता नहीं है। राहुल गाँधी को उनसे आधे से भी कम लोग पीएम पद के लिए पसंद कर रहे हैं।

सर्वे में शामिल 49 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी को सबसे बेहतर विकल्प बताया। सिर्फ 22 प्रतिशत लोगों इसके लिए राहुल गाँधी को विकल्प के रूप में चुना। इसी सर्वे में लोगों ने नरेंद्र मोदी को देश का अब तक का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री बताया। सर्वे में शामिल 52 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गाँधी, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया है। 12-12 प्रतिशत लोगों ने माना कि अब तक सबसे अच्छे प्रधानमंत्री में मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिया। वहीं, 10 प्रतिशत लोगों ने इंदिरा गाँधी और 5 प्रतिशत लोगों ने जवाहरलाल नेहरू का नाम लिया।

इस तरह, भाजपा सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इकबाल अभी भी कायम है। समय के साथ इन प्रतिशतों में कमी या बढ़ोत्तरी होती रहती है, लेकिन संपूर्ण आँकड़ों में कोई बहुत बड़ा बदलाव देखने में नहीं आ रहा है। भाजपा सरकार अपना काम पहले की ही भाँति बेहद संजीदगी और देश के विकास को लक्षित करके कर रही है।

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सुधीर गहलोत
सुधीर गहलोत
प्रकृति प्रेमी

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