दिल्ली के तुगलकाबाद रविदास मंदिर ध्वंस मामले में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर समेत 96 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इन सभी पर दंगा भड़काने और हिंसा आदि का मुकदमा दर्ज किया गया है। बुधवार (21 अगस्त) को एक घंटे तक चली भीड़ की हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस को आँसू गैस का प्रयोग करना पड़ा था। उसके पहले एक घंटे तक भीड़ ने कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया था और गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त किया था।
‘हम हिंसा में विश्वास नहीं करते’
एक ओर पुलिस का दावा है कि इस हिंसा में 90 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, और दूसरी ओर आरोपित चंद्रशेखर का कहना है कि वह अंबेडकर के संविधान को मानते हैं और हिंसा में विश्वास नहीं करते। यह उन्हें फँसाने की साजिश है। कल भड़की हिंसा के बाद आज (22 अगस्त, 2019 को) पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। दिल्ली पुलिस के साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है।
थाने में ही लगी अदालत
आरोपितों की बड़ी संख्या को देखते हुए दिल्ली के कालकाजी थाने को ही अदालत में तब्दील कर दिया गया। साकेत अदालत से थाने आए जज के सामने 96 लोगों की पेशी हुई। जज साहब ने सभी की 14 दिन की न्यायिक हिरासत पुलिस को सौंप दी। गिरफ्तार लोगों में अधिकाँश हरियाणा के बताए जा रहे हैं, और एक बड़ी संख्या पंजाब के लोगों की होने की बात भी मीडिया में कही गई है।