लोक निर्माण विभाग (PwD) ने दिल्ली के 6 फ्लैगस्टाफ रोड पर स्थित ‘शीश महल’ में मौजूद सामानों की विस्तृत सूची जारी की है। यह शीशमहल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का 9 साल तक आधिकारिक आवास था। दिल्ली सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) द्वारा मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी को बंगला आवंटित करने के लिए कहने के बाद पीडब्ल्यूडी ने सामानों की यह सूची तैयार की है।
इस शीशमहल को लेकर अरविंद केजरीवाल पहली बार मई 2023 में सवालों के घेरे में आए थे। उस समय मीडिया ने केजरीवाल द्वारा करदाताओं के पैसे को अपनी विलासिता पर खर्च करने डिटेल जारी किया था। इसको लेकर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की खूब आलोचना हुई थी।
अब PWD द्वारा अरविंद केजरीवाल के आवास में स्थित समानों की सूची भाजपा नेता अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर डाला है। अमित मालवीय ने सोशल मीडिया X के पोस्ट में कहा है, “अरविंद केजरीवाल के ‘शीशमहल’ में लगाए गए बिजली के उपकरणों और गैजेट्स की सूची यहाँ दी गई है।”
उन्होंने दावा किया, “आश्चर्य की बात है कि अरविंद केजरीवाल के आराम के लिए लगाए गए पूरी तरह से स्वचालित, सेंसर से लैस TOTO स्मार्ट टॉयलेट सीट, जिसमें ऑटोमैटिक ओपन-क्लोज सीट, हीटेड सीट, वायरलेस रिमोट डियोडोराइज़र और ऑटोमैटिक फ्लशिंग जैसी सुविधाएँ हैं, गायब हैं। ऐसी एक टॉयलेट सीट की कीमत 10-12 लाख रुपए के बीच है!”
Here is the list of electric appliances and gadgets installed in Arvind Kejriwal’s ‘Sheeshmahal’.
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 20, 2024
But here is the surprise. Fully automatic, sensor equipped TOTO smart toilet seats with features like, automatic open-close seat, heated seat, wireless remote deodorizer and… pic.twitter.com/X7McPV5llH
अरविंद केजरीवाल के ‘शीश महल’ में मौजूद सामान की पूरी सूची नीचे दी गई है:
- 16 अल्ट्रा स्लिम स्मार्ट 4K टीवी, वॉयस कंट्रोल्ड- ₹64 लाख
- स्मार्ट एलईडी – ₹19.5 लाख
- फ्रीस्टैंडिंग ल्यूमिनरी – ₹9.2 लाख
- ओसाडा फुल बॉडी मसाज चेयर- ₹4 लाख
- रेक्लाइनर सोफा – ₹10 लाख
- 8 मोटराइज्ड रेक्लाइनर सोफा: ₹10 लाख
- बोस लाउडस्पीकर – ₹4.5 लाख
- इनबिल्ट टीवी और एआई विजन स्क्रीन के साथ 2 स्मार्ट रेफ्रिजरेटर – ₹9 लाख
- 73-लीटर स्टीम ओवन – ₹9 लाख
- 50-लीटर माइक्रोवेव ओवन – ₹6 लाख
- 2 माउंटेड हुड 140 सेमी स्टेनलेस स्टील चिमनी – ₹6 लाख
- बॉश सीरीज 8 बिल्ट-इन कॉफी मशीन – ₹2.5 लाख
- 3 हॉट वाटर जेनरेटर (एयर टू वॉटर हीट पंप) – ₹22.5 लाख
- सुपीरियर वाटर सप्लाई और सैनिटरी इंस्टॉलेशन – ₹15 करोड़
- एलजी 12 किलोग्राम फ्रंट लोड ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन + ड्रायर – ₹2.1 लाख
- एसएस रेलिंग, सीढ़ी कवरिंग (पीतल, शॉवर एनक्लोजर, आदि) – ₹1.2 करोड़
- 20 ग्रैंड एज्ड ब्रास एंट्रेंस स्कॉन्स आउटडोर लाइट्स – ₹10 लाख
- ऑटोमैटिक स्लाइडिंग सेंसर के साथ लकड़ी और कांच के दरवाजे – ₹70 लाख
- 24 सजावटी खंभे: ₹36 लाख
- 80 खिड़की के पर्दे – ₹4 करोड़ से ₹5.6 करोड़ के बीच
- बेहतरीन जलापूर्ति – ₹15 करोड़
साल 2013 में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह और उनकी आम आदमी पार्टी की सरकार के मंत्री सरकारी बंगलों में नहीं रहेंगे, बल्कि छोटे सरकारी फ्लैटों में रहेंगे। उनके द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादे और दावे 11 साल बाद भी उनके राजनीतिक दिखावे के अलावा और कुछ नहीं लगते।
अपने आवास के जीर्णोद्धार पर केजरीवाल ने खर्च किए ₹45 करोड़
अरविंद केजरीवाल का पुराना ‘शीश महल’ 13000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैला हुआ है। इस आवास में 399 वर्ग फीट का लॉन क्षेत्र है और यह सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। टाइम्स नाउ नवभारत ने पिछले साल बताया था कि अरविंद केजरीवाल अपने परिवार के साथ पहली मंजिल पर रहते थे। ग्राउंड फ्लोर पर एक बड़ा मीटिंग हॉल और एक विजिटर रूम है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह बंगला बहुत बड़ा है और इसमें अत्याधुनिक इंटीरियर डिज़ाइन, फ़्लोरिंग और उच्च श्रेणी के फ़र्नीचर लगे हैं। मई 2023 में सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि अरविंद केजरीवाल के आवास के सभी कमरों में सेंसर युक्त स्वचालित दरवाजे लगे हैं।
#OperationSheeshMahal: दिल्ली के CM #ArvindKejriwal पर सबसे बड़ा खुलासा
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) April 25, 2023
👉दिल्ली के सीएम आवास में 23 पर्दे लगाने के ऑर्डर दिए
👉 शुरुआत में 8 पर्दे लगे जिसकी कीमत 45 लाख रुपये
👉दूसरे फेज में 51 लाख रुपये के 15 पर्दे लगाए गए@SushantBSinha #AAP #DelhiPolitics pic.twitter.com/x6BRygip0Z
टाइम्स नाउ नवभारत की रिपोर्ट में कहा गया था कि सिविल लाइंस में केजरीवाल के सरकारी बंगले का करीब 45 करोड़ रुपए लगाकर नवीनीकरण किया गया था। ‘ऑपरेशन शीश महल’ नाम के रिपोर्ट में कहा गया था कि नवीनीकरण के लिए करदाताओं के 44.78 करोड़ रुपए का इस्तेमाल किया गया, जिससे आम आदमी पार्टी की मितव्ययिता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता पर सवाल उठ रहे हैं।