हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कॉन्ग्रेस ने चुनाव आयोग में EVM की गड़बड़ी को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के हरियाणा प्रमुख सुशील गुप्ता ने कॉन्ग्रेस पर तीखा हमला बोला। गुप्ता ने कहा, “हमने हरियाणा से बीजेपी को हटाने के लिए पूरी कोशिश की थी। INDIA गठबंधन का हिस्सा होने के नाते, हमने अंतिम समय तक कॉन्ग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद की थी। लेकिन कॉन्ग्रेस के अहंकार ने ये मौका गंवा दिया। अगर कॉन्ग्रेस इतनी घमंडी न होती, तो आज हरियाणा में उनकी गठबंधन सरकार होती।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने कभी अव्यवहारिक माँगें नहीं कीं, न ही ज्यादा सीटें माँगी थीं। लेकिन कॉन्ग्रेस की जिद और अहंकार ने बीजेपी को फायदा पहुँचाया। अब 2029 के चुनाव की तैयारी AAP अभी से शुरू करेगी। हरियाणा में कॉन्ग्रेस बीजेपी को हराने में सक्षम नहीं है, लेकिन अरविंद केजरीवाल इस बदलाव को सुनिश्चित करेंगे।”
#WATCH | Delhi: On Congress filing fresh complaints with EC on EVM discrepancies after Haryana loss, AAP Haryana chief Sushil Gupta says, "We had made all efforts to oust BJP from power. As a member of the INDIA Alliance, we waited till the final hours for the forging of an… pic.twitter.com/6fnNPNv8bz
— ANI (@ANI) October 12, 2024
यह बयान कॉन्ग्रेस के लिए न सिर्फ एक चेतावनी है, बल्कि हरियाणा की राजनीति में AAP की नई रणनीति का संकेत भी है। सुशील गुप्ता के इस तंज से साफ है कि कॉन्ग्रेस की असफलता के पीछे उसकी खुद की गलतियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
हार के बाद कॉन्ग्रेस में आपसी कलह
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कॉन्ग्रेस के भीतर असंतोष बढ़ गया है। पूर्व मंत्री अजय यादव ने कॉन्ग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की हार का मुख्य कारण नेतृत्व की अक्षमता और पार्टी के भीतर के मतभेद हैं। यादव का मानना है कि अगर पार्टी नेतृत्व समय पर सही फैसले लेता और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करता, तो परिणाम अलग होते।
अजय यादव ने सुझाव दिया कि कॉन्ग्रेस पार्टी को हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में मिली करारी हार पर आत्म-चिंतन करना चाहिए। यहाँ की 11 में से 10 सीटें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में गई हैं। यादव ने कहा, “कॉन्ग्रेस कार्यसमिति, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति, अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस समिति या हरियाणा प्रदेश कॉन्ग्रेस समिति में अहीरवाल का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।”
OBC कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष अजय यादव ने आगे कहा, “पार्टी (कॉन्ग्रेस) ने मुझे ओबीसी विभाग का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसका कोई फायदा नहीं है, क्योंकि यह शक्तिहीन है। हम चुनाव इसलिए हार गए, क्योंकि राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व के बीच कोई समन्वय नहीं था।” इसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कॉन्ग्रेस नेतृत्व ने न तो कार्यकर्ताओं की सुनी और न ही सही दिशा में काम किया। परिणामस्वरूप, पार्टी को इस हार का सामना करना पड़ा।