Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिकभी अमेरिका में डॉक्टरी करते थे चंद्रशेखर, अब 48 साल की उम्र में गुंटूर...

कभी अमेरिका में डॉक्टरी करते थे चंद्रशेखर, अब 48 साल की उम्र में गुंटूर से हासिल की जीत: मिलिए लोकसभा के सबसे अमीर सांसद से, ₹5705 करोड़ की प्रॉपर्टी

गुंटूर से तेलुगू देशम पार्टी के उम्मीदवार चंद्रशेखर पेम्मासानी इस बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार बन गए हैं। उनकी कुल संपत्ति की कीमत 5700 करोड़ रुपए हैं। इन चुनावों में उन्होंने वाईएसआरसीपी के अपने प्रतिद्वंद्वी वेंकट रोसैया 3.4 लाख से ज्यादा मतों से हराया है।

आंध्र प्रदेश के गुंटूर से तेलुगू देशम पार्टी के उम्मीदवार चंद्रशेखर पेम्मासानी इस बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार बन गए हैं। उनकी कुल संपत्ति की कीमत 5705 करोड़ रुपए हैं। इन चुनावों में उन्होंने वाईएसआरसीपी के अपने प्रतिद्वंद्वी वेंकट रोसैया 3.4 लाख से ज्यादा मतों से हराया है।

48 वर्षीय डॉ चंद्र शेखर पेशे से एक डॉक्टर हैं। उन्होंने साल 1999 में डॉ एनटीआर यूनिवर्सिटी से अपनी एमबीबीएस की थी। इसके बाद उन्होंने 2005 में अमेरिका के अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में गीसिंजर मेडिकल सेंटर से इंटरनल मेडिसिन में एमडी की। बाद में वह विदेश में रहने लगे लेकिन अपने मातृभूमि को नहीं भूले।

इस बार उन्होंने भारत के लोकसभा चुनावों में अपनी किस्मत को आजमाया और उसमें वो सफल भी रहे। उन्होंने चुनावों के मद्देनजर अपना जो हलफनामा दायर कराया था उससे उनकी संपत्ति का पता चलता है। इस हलफनामे के अनुसार, उनके पास 55,98,64,80,786 रुपए की चल संपत्ति; 1,06,82,46,752 रुपए की अचल संपत्ति और 57,05,47,27,538 रुपए की कुल संपत्ति है। उन्होंने भारत और अमेरिका में 100 से अधिक कंपनियों और संपत्तियों में निवेश किया हुआ है।

बता दें कि राजनीति में अपनी शुरुआत कर चुके डॉक्टर पेम्मासानी अपने वेंचर्स के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने यूवर्ल्ड की शुरुआत की थी। एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म जो बच्चों को विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करवाता है। इसके अलावा उन्होंने 2020 में अर्न्स्ट एंड यंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवार्ड जीता था। राजनीति की बात करें तो इस बार उन्होंने टीडीपी में अमरा राजा की जगह ली थी। अमरा राजा ने चुनावों से पहले ही राजनीति में संन्यास लेने की घोषण की थी।

वहीं पेम्मासानी ने कहा था कि वो इन चुनावों को जीतने के लिए सिर्फ ईमानदारी को ही सहारा बनाएँगे और सरकार में आने के बाद सड़क समेत पानी जैसी बुनियादी चीजों पर तमाम चीजों पर काम करेंगे। पुराने इंटरव्यू को देखें तो पता चलता है कि चुनाव जीतने के लिए वह 200 फीसद आश्वस्त थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -