Tuesday, November 5, 2024
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1 लाख लोगों ने किया अमरनाथ दर्शन, नाराज़ अब्दुल्ला-महबूबा ने कहा ‘कश्मीरियों को दिक्कत हो रही’

राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को पन्था चौक शिविर में स्थापित एक शिविर का दौरा कर यात्रियों के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया। यात्रियों के लिए इस बार चिकित्सा, भोजन, निवास, बिजली-पानी, स्वच्छता, यातायात और सुरक्षा से सम्बंधित कई व्यवस्थाएँ की गई हैं जो इस बार की यात्रा को बाकी वर्षों से अलग खड़ा करती है।

अमरनाथ यात्रा को लेकर इस बार काफ़ी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। आँकड़ों के अनुसार, अब तक कुल 96 हज़ार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ धाम के दर्शन किए हैं। अकेले रविवार (जुलाई 7, 2019) को 14 हज़ार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। अस्थिर मौसम के बीच सुरक्षा बलों के जवान लगातार यात्रियों के लिए सुगम व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कई बार अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली।

इस बीच जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने अजीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा की वजह से स्थानीय कश्मीरियों को परेशानी हो रही है। बाबा बर्फानी की यात्रा को लेकर किए गए पुख्ता इंतजामों ने परेशान पीडीपी सुप्रीमो ने कहा:

“अमरनाथ यात्रा वर्षों से होती आ रही है। लेकिन, दुर्भाग्य से जो इंतजाम इस साल किए गए हैं, वह कश्मीर के लोगों के ख़िलाफ़ हैं। इससे स्थानीय लोगों को अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैं राज्यपाल से इस मामले पर संज्ञान लेने के लिए अनुरोध करती हूँ।”

इसी तरह की कुछ चिंताएँ पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ज़ाहिर की है। अब्दुल्ला ने कहा कि वे यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए चिंतित हैं लेकिन सत्यपाल मलिक के नेतृत्व में ऐसा पहली बार हो रहा है जब यात्रियों के लिए यातायात रोक दिया जा रहा है और हाइवे व रेलवे लाइन्स को बंद कर दिया जा रहा है। उन्होंने यह बयान ‘द कश्मीर मॉनिटर’ की उस ख़बर के आधार पर दिया, जिसमें राज्यपाल के हवाले से कहा गया था कि कश्मीरियों को यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए ट्रैफिक पाबंदियों का पालन करना चाहिए।

राज्यपाल सत्यपाल मलिक श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी है। उन्होंने रविवार को पन्था चौक शिविर में स्थापित एक शिविर का दौरा कर यात्रियों के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया। यात्रियों के लिए इस बार चिकित्सा, भोजन, निवास, बिजली-पानी, स्वच्छता, यातायात और सुरक्षा से सम्बंधित कई व्यवस्थाएँ की गई हैं जो इस बार की यात्रा को बाकी वर्षों से अलग खड़ा करती है। अनंतनाग के सांसद हसनैन मसूदी ने भी इस यात्रा को लेकर कश्मीर को हो रही कथित दिक्कतों का रोना रोया। मसूदी ने कहा कि यात्रा के लिए किए गए ट्रैफिक इंतजामों से राज्य की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

बारामुला के सांसद अकबर लोन ने कहा कि इससे कश्मीरी व्यापारियों व यहाँ आने वाले पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो जनता दबाव में आ जाएगी। हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने बालटाल स्थित अमरनाथ बेस कैम्प का दौरा कर यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं को देखा था। उन्होंने दावा किया था कि कश्मीरी लोग कई वर्षों से इस यात्रा को अच्छी तरह संचालित करने के लिए अपना सहयोग देते रहे हैं। अब्दुल्ला ने आशा जताई थी कि यहाँ आने वाले यात्री शांति का सन्देश लेकर वापस जाएँगे

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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