लोकसभा चुनावों में नेताओं के बिगड़ते बोलों में समाजवादी पार्टी सबको पछाड़ कर आगे भाग रही है। पहले उसके कद्दावर नेता आजम खान ने जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की, अब उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने जयाप्रदा को ‘अनारकली’ कहा है। अनारकली मुगल बादशाह अकबर के दरबार में तवायफ थी।
‘अली हमारे, बजरंगबली भी चाहिए, पर अनारकली नहीं’
रामपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘अली भी हमारे, बजरंगबली भी हमारे। हमें अली भी चाहिए, बजरंगबली भी चाहिए लेकिन अनारकली नहीं चाहिए।’ माना जा रहा है कि यह तंज जयाप्रदा के अभिनेत्री के तौर पर कैरियर को लेकर था, जिसकी अब्दुल्ला ने तवायफ होने के साथ तुलना कर दी है।
SP leader Abdullah Azam Khan (son of SP leader Azam Khan) in Rampur: Ali bhi humare, bajrangbali bhi humare. Humein Ali bhi chahiye, bajrangbali bhi chahiye lekin Anarkali nahi chahiye. (21.4.19) pic.twitter.com/geozRjwAej
— ANI UP (@ANINewsUP) April 22, 2019
‘क्या यही है आपका महिलाओं को लेकर नजरिया?’
रामपुर से ही भाजपा के टिकट पर आजम खान को चुनौती दे रहीं जयाप्रदा ने इस टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, “तय नहीं कर पा रही हूँ कि रोऊँ या हँसूँ, जैसा पिता वैसा पुत्र। अब्दुल्ला से यह उम्मीद नहीं थी। वह पढ़े-लिखे हैं। आपके पिता मुझे आम्रपाली कहते हैं, आप मुझे अनारकली कहते हैं; क्या यही समाज की औरतों को देखने का आपका नजरिया है?”
Jaya Prada on remarks by Abdullah (SP leader Azam Khan’s son): Can’t decide whether to laugh or cry, like father like son. Hadn’t expected this from Abdullah. He’s an educated man. Your father says ‘I’m Amrapali’ & you say ‘I’m Anarkali,’ Is that how you see women of society? pic.twitter.com/SgFEVlpuq9
— ANI UP (@ANINewsUP) April 22, 2019
गौरतलब है कि लगभग तीन साल पहले अमर सिंह ने जब शिकायत की थी कि उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उन्हें मिलने का समय नहीं देते, तो अखिलेश के बचाव में आए आजम खान ने अमर सिंह को ‘आम्रपाली का नाच देखने’ की सलाह दी थी। उस समय भी उनका इशारा जयाप्रदा की ओर ही माना गया था।