कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार (अगस्त 17, 2020) को कहा कि राज्य सरकार बेंगलुरु के केजी हल्ली, डीजी हल्ली में हुई हिंसक घटनाओं में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन करेगी और दोषियों से ही नुकसान की लागत वसूल करेगी।
सीएम येदियुरप्पा ने ट्वीट करते हुए कहा, “हमारी सरकार ने केजी हल्ली और डीजी हल्ली में हुई हिंसक घटनाओं में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन करने और दोषियों से लागत वसूलने का फैसला किया है। हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार माननीय उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएँगे और क्लेम कमिश्नर की नियुक्ति करेंगे। गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (यूएपीए) के तहत डीजे हल्ली और केजी हल्ली हिंसक घटनाओं के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है।”
उन्होंने आगे कहा कि मामले में विस्तृत जाँच करने के लिए एक विशेष जाँच दल का गठन किया गया है। येदियुरप्पा ने ट्वीट में लिखा, “मामले की विस्तृत जाँच के लिए एक विशेष जाँच दल का गठन पहले ही किया जा चुका है और तीन विशेष अभियोजकों की एक टीम नियुक्त की जाएगी। वारंट जारी होने पर एसआईटी गुंडा अधिनियम को लागू करने पर विचार करेगी।”
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने अपने आदेश में कहा कि 18 अगस्त तक दंगा प्रभावित इलाकों में किसी भी स्थान पर दो से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने, किसी भी तरह के हथियार ले जाने और किसी भी सार्वजनिक बैठक को आयोजित करने पर प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। एहतियात के तौर पर, शहर की पुलिस ने प्रतिबंधात्मक आदेशों को 18 अगस्त तक बढ़ा दिया है।
कॉन्ग्रेस विधायक आर श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार पी नवीन द्वारा मोहम्मद पैगम्बर को लेकर कथित रूप से एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर डीजे हल्ली और आसपास के इलाकों में संप्रदाय विशेष की दंगाई भीड़ द्वारा हिंसा करने में तीन लोगों की मौत हो गई था और कई वाहन जला दिए गए थे।
उल्लेखनीय है कि गत मंगलवार (अगस्त 11, 2020) की रात पूर्वी बेंगलुरु केजी हल्ली, डीजे हल्ली और पुल्केशी नगर में अल्लाह-हो-अकबर और नारा-ए-तकबीर के नारों के बीच हिंसा फैल गई। 1000 से भी अधिक की संप्रदाय विशेष की भीड़ ने अल्लाह-हो-अकबर और नारा-ए-तकबीर के नारों के बीच पुलिस स्टेशन को जला डाला। यह दंगे पैगंबर मुहम्मद पर कथित रूप से आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट को लेकर भड़के थे।
संप्रदाय विशेष की 1000 से भी अधिक की भीड़ ने स्थानीय विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर को घेर लिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। सबसे पहले तो केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के सामने एक हज़ार से ज्यादा की संख्या में संप्रदाय विशेष के लोग इकट्ठे हो गए और कॉन्ग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार नवीन की गिरफ्तारी की माँग करने लगे। इसके बाद उन्होंने विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। इसी तरह विधायक के आवास के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। उनके घर के बाहर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। कई घण्टों तक आगजनी चली।
पुलिस स्टेशन के बाहर मजहबी नारेबाजी हुई, पत्थरबाजी की गई और गाड़ियों को फूँक दिया गया। पूर्वी भीमाशंकर के डीसीपी को डंडों और पत्थरों से निशाना बनाया गया। वहीं डीजे हल्ली में पुलिस की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। रात के करीब 10:30 बजे अतिरिक्त पुलिस बल की टुकड़ियाँ आईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। यहाँ तक कि पुलिस को थाने के भीतर घुसने के लिए भी संप्रदाय विशेष की भीड़ ने जगह नहीं दी।