बिहार के नए मंत्रियों से जुड़ा विवाद थमता नहीं दिख रहा है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंत्रियों के बचाव में आगे आए हैं। लेसी सिंह पर सवाल उठाने वाली जेडीयू विधायक बीमा भारती को नीतीश ने फटकारा है। वहीं, किडनैपिंग केस में आरोपित बताए जा रहे कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को तेजस्वी ने निर्दोष बताया है।
नीतीश कुमार ने गुरुवार (18 अगस्त 2022) को मीडिया से बात करते हुए कहा, “लेसी सिंह पर लगाए गए बीमा भारती के सारे आरोप बेबुनियाद हैं। बीमा भारती को भी दो बार मंत्री बनाया जा चुका है, क्या वह इस बात को भूल गई हैं। पार्टी उन्हें समझाएगी। यदि वह नहीं समझती हैं, तो जहाँ जाना चाहें वह जा सकती हैं।” बीमा भारती ने लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से हटाने की माँग की थी।
We will talk to her (Bima Bharti) and try to convince her not to give such statements about the party. If she does not understand and wants to go anywhere else, she can think about it: Bihar CM Nitish Kumar on JDU MLA Bima Bharti’s statement https://t.co/DIereyQPgA pic.twitter.com/rdvfTpYb8U
— ANI (@ANI) August 18, 2022
मुख्यमंत्री ने बीमा भारती की माँग पर जवाब देते हुए कहा कि कैबिनेट में सीमित जगह होती है। सभी को मंत्री का पद नहीं दिया जा सकता है। गौरतलब है कि बीमा भारती ने कहा था कि लेसी सिंह का जो भी विरोध करता है, वह उसकी हत्या करवा देती हैं। चुनावों के समय पार्टी विरोधी काम करती हैं। इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई है। लेसी सिंह को कैबिनेट से नहीं हटाए जाने पर उन्होंने जदयू से इस्तीफे की धमकी भी दी थी।
वहीं कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के खिलाफ अरेस्ट वारंट के लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग इस मामले को देख रहे हैं। बुधवार को नीतीश कुमार ने इस मामले की जानकारी होने से अनभिज्ञता प्रकट थी। वहीं तेजस्वी यादव का कहना है कि इस मामले में कार्तिकेय सिंह को अदालत ने राहत दे रखी है। उन्होंने जंगलराज के आरोपों को लेकर कहा कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है।
Our intention has been clear. After the warrant was issued, Court had ordered to take no course action. We’ll follow the orders of the Court and will think about this issue: Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav on Bihar law min Kartikeya Singh’s allegedly outstanding arrest warrant pic.twitter.com/ZnStN16ouX
— ANI (@ANI) August 18, 2022
दावा किया जा रहा है कि इस केस में कार्तिकेय सिंह को 16 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करना था, लेकिन वे उसी दिन मंत्री पद की शपथ ले रहे थे। वैसे नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में कार्तिकेय सिंह अकेले दागी नहीं है। दागदार मंत्रियों की संख्या करीब 72 फीसदी हैं। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर चावल गबन का आरोप है तो शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर एक बार कारतूस के साथ दिल्ली हवाई अड्डे पर पकड़े गए थे।