केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर (Anurag Singh Thakur) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का विरोध और मौलानाओं को 18,000 रुपए सालाना देने वाले केजरीवाल अराजकता के प्रतीक हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल भारतीय करेंसी पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की इसलिए माँग कर रहे हैं, ताकि उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर चर्चा ना हो। बता दें कि केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर भारतीय नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की माँग की है। केजरीवाल का कहना है कि देश की समृद्धि के लिए देवताओं का आशीर्वाद जरूरी है।
अनुराग ठाकुर ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि जिन्होंने राम मंदिर निर्माण का विरोध किया, हिंदू देवताओं का अपमान किया, जिसे अपने मंत्री को बर्खास्त करना पड़ा, वे लक्ष्मी-गणेश के नाम पर नया प्रोपगेंडा फैला रहे हैं।
Those who opposed Ram Mandir,insulted Hindu deities,had to sack a minister, that Arvind Kejriwal is a symbol of anarchy. He stokes new propaganda so that his corruption isn't discussed: Anurag Thakur on Delhi CM's appeal for Goddess Laxmi-Lord Ganesh pics on Indian currency notes pic.twitter.com/QUA6MIQxmy
— ANI (@ANI) October 29, 2022
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “आप (अरविंद केजरीवाल) दिल्ली में मुस्लिम मौलवियों को सालाना 18,000 रुपए देते हैं। क्या आप पुजारियों, गुरुद्वारा के ग्रंथियों और पादरियों को भी वही 18,000 रुपए देंगे? आपने ऐसा क्यों नहीं किया?”
अनुराग ठाकुर ने अरविंद केजरीवाल को अराजक के साथ-साथ फर्जी करार किया और कहा कि मंदिर का विरोध करने वाले ये लोग आज हिंदू बनने का ढोंग कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस पर भी प्रहार किया और कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने का वह झूठे वादे करती है।
कुछ दिन पहले केजरीवाल ने कहा था कि नोट के एक तरफ ‘गाँधी जी’ की तस्वीर और दूसरी तरफ ‘लक्ष्मी-गणेश’ की तस्वीर लगाई जानी चाहिए। इससे उनका आशीर्वाद मिलेगा और देश की तरक्की होगी। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से अपील की और कहा कि वे 130 करोड़ लोगों की ओर से केंद्र सरकार और पीएम मोदी से यह अपील कर रहे हैं। बाद में केजरीवाल ने इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा।