भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने हरियाणा की खट्टर सरकार को चेतावनी दी है। चढ़ूनी ने कहा कि अगर 1 अक्टूबर से धान खरीद नहीं शुरू हुई तो भाजपा के एमएलए, एमपी के घर का इस तरह घेराव करेंगे कि उनके घर का कुत्ता भी बाहर नहीं निकल पाएगा।
गुरुवार (सितंबर 30, 2021) को चढ़ूनी ने ‘आज तक’ से बात करते हुए कहा, “हम सरकार को साफ तौर पर चेतावनी देना चाहते हैं कि कल (अक्टूबर 1, 2021) खरीद शुरू कर लें खट्टर साहब। हमारा खून मत जला, हमारा सब्र मत देख। कल खरीद शुरू कर ले, अच्छा रहेगा। फिर चेतावनी दे रहे हैं कल खरीद शुरू कर ले, वरना परसो तेरे एमएलए, तेरे एमपी और तेरे नेताओं को इस तरीके से घेरेंगे, घर में बंद करेंगे कि उनका कुत्ता भी बाहर नहीं निकल पाएगा।”
किसान नेता गुमनाम सिंह की केंद्र सरकार को चेतावनी #ATVideo #FarmersProtest pic.twitter.com/J1hdZlzikM
— AajTak (@aajtak) October 1, 2021
उन्होंने कहा, “किसान साथियों कल के दिन का इंतजार कर लो। अगर कल खरीद नहीं होती है तो परसों सबके घर घेर लो। भरी हुई ट्रॉलियाँ इनके घर के आगे खड़ा कर दो, चाहे एमपी हो, चाहे एमएलए हो, बीजेपी का हो, जेजेपी का हो। इनके घर का कुत्ता भी बाहर नहीं निकलना चाहिए। ये हाल इनका कर दो परसों, अगर कल खरीद नहीं होती है तो। हमारी फिर चेतावनी है सरकार को हम खाली नहीं बैठेंगे। हमसे उजड़ता हुआ किसान नहीं देखा जाता, बर्बाद होता किसान नहीं देखा जाता। बिल्कुल साफ चेतावनी दे रहे हैं कि कल सरकार खरीद शुरू कर ले वरना परिणाम बहुत गंभीर होगा।”
पुलिस के खिलाफ भी भड़काया था
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में पंजाब के बरनाला में आयोजित किसान महारैली में चढ़ूनी ने किसानों को जमकर उकसाया था। एक भड़काऊ वीडियो जारी कर कथित किसानों से अपील की थी कि यदि दिल्ली पुलिस उन्हें नोटिस दे तो वह उनके सामने पेश न हों और यदि पुलिस उन्हें पकड़ने उनके घर आए तो उन्हें बंधक बना लें। उन्होंने कहा था कि ऐसे पुलिस वालों को तब तक न छोड़ा जाए जब तक जिला प्रशासन आकर आश्वासन न दे कि दिल्ली पुलिस आपके गाँव और आपके जिले में नहीं घुसेगी। वहीं अप्रैल में चढ़ूनी ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर सरकार ने कोरोना संकट की आड़ में सीमा खाली करने की कोशिश की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
17 जनवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने किसान महापंचायत कार्यक्रम से ठीक पहले करनाल में किसानों और पुलिस के बीच किसानों को भड़काने के लिए चढ़ूनी को दोषी ठहराया था। उन्होंने कहा था कि कॉन्ग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियों ने विरोध प्रदर्शनों को हाइजैक कर लिया है। किसानों द्वारा कार्यक्रम स्थल में तोड़फोड़ करने के बाद करनाल में सीएम का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।