छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस सरकार पार्टी विधायक शकुंतला साहू के जन्मदिन पर सरकारी फरमान निकालने को लेकर विवादों में घिर गई है। जन्मदिन को सरकारी तौर पर मनाने का यह आदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। मामले के तूल पकड़ने के बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।
कसडोल की विधायक शकुंतला साहू का 7 जनवरी को जन्मदिन था। इसको लेकर पलारी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने लिखित आदेश जारी करते हुए शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों की दरी बिछाने, जलपान, टेंट व अन्य व्यवस्था करने की ड्यूटी लगा दी।
कॉन्ग्रेस विधायक के जन्मदिन की तैयारी को लेकर लिखित आदेश जारी कर छोटे-बड़े लगभग दर्जनों अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधिकारियों की जमकर फजीहत हुई।
आदेश में कहा गया था कि कार्यक्रम में लगभग 500 लोग उपस्थित रहेंगे और इसके लिए सभी की उपस्थिति अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। आम तौर पर महान शख्सियत का जन्मदिवस कार्यक्रम ही शासकीय स्तर पर आयोजित होता है, लेकिन यह पहला मौका था जब पहली बार की कॉन्ग्रेस विधायक शकुंतला साहू का जन्मदिन कार्यक्रम सरकारी तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया था।
आयोजन में शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने का मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने कॉन्ग्रेस को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा, “ऐसी शर्मनाक हरकत केवल कॉन्ग्रेस के शासन में हो सकती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे आदेश आधिकारिक तौर पर सरकारी कर्मचारियों को कॉन्ग्रेस नेता के निजी समारोह का संचालन करने के लिए दिए जाते हैं। इसे रोका जाना चाहिए अन्यथा कॉन्ग्रेस का हर एक विधायक भविष्य में इसी तरह अस्वीकार्य तरीके से कार्यक्रम आयोजित करेगा।”