Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिरजनीकांत और कमल हासन राजनीति में न घुसें, वरना मेरे जैसा हश्र होगा: चिरंजीवी

रजनीकांत और कमल हासन राजनीति में न घुसें, वरना मेरे जैसा हश्र होगा: चिरंजीवी

"अगर इंसान सच्चा है और उसके अंदर कुछ करने की इच्छा शक्ति है, तो वह उसे राजनीति में नहीं कर पाएगा। मैं उम्मीद करता हूँ, कमल हासन और रजनीकांत के साथ ऐसा बिलकुल न हो, जैसा मेरे साथ हुआ, लेकिन मेरी सलाह दोनों को यही है कि राजनीति में न घुसें।"

साउथ फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी ने मेगास्टार से राजनेता बने रजनीकांत और कमल हासन को राजनीति से दूर रहने की सलाह दी। तमिल मैग्जीन को दिए अपने इंटरव्यू में उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए दोनों स्टार नेताओं के लिए अपना संदेश दिया।

उन्होंने कहा, “अगर इंसान सच्चा है और उसके अंदर कुछ करने की इच्छा शक्ति है, तो वह उसे (राजनीति में) नहीं कर पाएगा।” अपने अनुभवों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “जब मैं राजनीति से जुड़ा था, उस वक्त मैं नंबर-1 सुपरस्टार था, लेकिन राजनीति से जुड़ने के लिए मैंने सब छोड़ दिया, और चुनाव में मैं अपने क्षेत्र से ही हार गया, क्योंकि मेरे प्रतिद्वंदी ने करोड़ों रुपए खर्च किए, सिर्फ़ मुझे हराने के लिए। इसके बाद ऐसा ही पवन कल्याण के साथ हुआ।”

तमिल मैग्जीन ‘आनंद विकटन’ को दिए साक्षात्कार में साउथ सुपरस्टार ने इस बात का भी खुलासा किया कि इन चुनावों में उन्हें लगा था कि कमल हासन की पार्टी जीत जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए जो लोग संवेदनशील हैं, उनके लिए राजनीति नहीं हैं।

उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूँ, कमल हासन और रजनीकांत के साथ ऐसा बिलकुल न हो, जैसा मेरे साथ हुआ, लेकिन मेरी सलाह दोनों को यही है कि राजनीति में न घुसें।”

चिरंजीवी के मुताबिक अगर आप हार और असफलताओं को संभालते हुए लोगों के लिए काम करने को, अच्छा काम करने को तैयार हैं, तो राजनीति में जाइए। हो सकता है चीजें एक दिन आपके लिए बदल जाएँ।

यहाँ बता दें कि मेगास्टार चिरंजीवी की नई फिल्म ‘सैरा नरसिम्हा रेड्डी’ विश्व भर में 2 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है, जिसका प्रमोशन करने के दौरान दिए इंटरव्यू में ही उन्होंने ये बयान दिया और जहाँ वो इस दौरान इस बात पर भी जोर डालते दिखे कि राजनीति सिर्फ़ पैसे का खेल है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -