Monday, November 18, 2024
Homeराजनीतिकॉन्ग्रेस के 'न्याय पत्र' को असम के CM ने बताया तुष्टिकरण का पिटारा, कहा-...

कॉन्ग्रेस के ‘न्याय पत्र’ को असम के CM ने बताया तुष्टिकरण का पिटारा, कहा- भारत नहीं, पाकिस्तान के चुनाव के लिए बनाया गया है घोषणा पत्र

हिमंता ने कहा, "यह तुष्टिकरण का घोषणा पत्र है। कॉन्ग्रेस का घोषणापत्र ऐसा लगता है, जैसे यह भारत में नहीं बल्कि पाकिस्तान के चुनाव के लिए है।" हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि कॉन्ग्रेस की मानसिकता समाज को बाँटना और सत्ता में आना है।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कॉन्ग्रेस ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है। इस घोषणापत्र में तमाम बातें ऐसी हैं, जो राहुल गाँधी की चुनावी रैलियों के गारंटियों सरीखी ही हैं, जिनका धरातल की सच्चाई से कोई लेना देना नहीं, वहीं कई सारे वादे भारत के समाज के ढाँचे को तोड़ने वाले भी हैं। कॉन्ग्रेस के घोषणा पत्र पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस के घोषणापत्र को देखकर लगता है, मानो उसे भारत में नहीं, बल्कि पाकिस्तान में चुनाव लड़ना है।

हिमंता ने मीडिया से वार्ता में कहा, “यह तुष्टिकरण का घोषणा पत्र है। कॉन्ग्रेस का घोषणापत्र ऐसा लगता है, जैसे यह भारत में नहीं बल्कि पाकिस्तान के चुनाव के लिए है।” हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि कॉन्ग्रेस की मानसिकता समाज को बाँटना और सत्ता में आना है।

हिमंता ने कहा, “कोई नहीं चाहता है कि ट्रिपल तलाक फिर आए। कोई नहीं चाहता कि बाल विवाह दोबारा आना चाहिए। कोई नहीं चाहता कि एक ही व्यक्ति 2-3 बार शादी करे, हिंदू हो या मुस्लिम। कॉन्ग्रेस के लोग ही ये सोच लाते हैं, समाज को उन्हें बाँटना है। और समाज को बाँटकर उन्हें सत्ता में आना है। कॉन्ग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति की हम निंदा करते हैं। और कॉन्ग्रेस का जो मेनिफेस्टो है, जो देखने से ऐसा लगता कि ये भारत के चुनाव के लिए नहीं, बल्कि पाकिस्तान के चुनाव के लिए ही ये घोषणा पत्र बनाया गया है।”

उन्होंने ये वीडियो एक्स पर भी शेयर किया है। हिमंता ने एक्स पर लिखा, “कॉन्ग्रेस को पाकिस्तान से चुनाव लड़ना है, इसीलिए ऐसा घोषणापत्र बनाया है जिससे बहुविवाह, ट्रिपल तलाक़ जैसे काले कानूनों को वापस लाया जाए।”

बता दें कि असम में लोकसभा चुनाव चरणों में होना है। असम में पहले तीन चरण में 19 अफ्रैल. 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा। यहाँ 6 जून को नतीजे आएँगे। असम में लड़ाई त्रिकोणीय है, जिसमें बीजेरी, असम और AIUDF के बीच लड़ाई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -