दिल्ली के शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार (14 अक्टूबर, 2022) को 25 ठिकानों पर फिर से छापेमारी की। दिल्ली के कई बड़े शराब कारोबारियों के आवास और अन्य ठिकानों पर यह रेड मारी गई। इस केस में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपित हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है, उनमें कुछ बड़े कारोबारी भी शामिल हैं। इस मामले में जाँच एजेंसी ने काफी सबूत भी इकट्ठा कर लिए हैं। छापेमारी के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इससे पहले ईडी 7 अक्टूबर 2022 को दिल्ली समेत हैदराबाद और पंजाब में 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिनमें कुछ नेता, पूर्व नौकरशाह और कारोबारी शामिल हैं।
वहीं, बिहार में भ्रष्टाचारियों की धर-पकड़ के लिए लगातार कार्रवाई जारी है। एक बार फिर आयकर विभाग ने जेडीयू नेता और बिल्डर गब्बू सिंह के घर पर छापा मारा है। गब्बू सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के करीबी माने जाते हैं। बताया जा रहा है कि बिल्डर गब्बू सिंह (Builder Gabbu Singh) के लगभग 31 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी चल रही है। आयकर विभाग की यह छापेमारी गब्बू सिंह के ठिकानों के साथ साथ उनके स्टाफ के अलग-अलग ठिकानों पर भी चल रही है।
बता दें कि जाँच एजेंसियाँ दिल्ली के शराब घोटाले में अब तक तीन आरोपितों विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार कर चुकी हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा अंजाम दिए गए शराब घोटाले (Liquor Scam) में 27 सितंबर, 2022 को पहली गिरफ्तारी हुई थी। CBI ने विजय नायर को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने शराब घोटाले में जो प्राथमिकी दर्ज की थी, उसमें दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के अलावा विजय नायर का भी नाम था।
कहा जाता है कि नायर ने नई आबकारी नीति बनाने और शराब की सप्लाई और बिक्री को चंद कंपनियों तक सीमित करने की धांधली में अहम भूमिका निभाई थी। इस प्राथमिकी में कुल 14 लोगों को आरोपित बनाया गया था। विवादास्पद YouTube शो ‘ऑल इंडिया बकचोद (AIB)’ के पीछे विजय नायर का हाथ माना जाता है। गाली-गलौच से भरे इस शो के आते ही बवाल हो गया था और लोगों ने इस पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था।