वेजलपुर पुलिस ने अहमदाबाद के जुहापुरा इलाके में सड़कों पर फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के पोस्टर चिपकाने के लिए अमवाड नगर निगम के कॉन्ग्रेस पार्षद हाजीभाई सहित 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ मैक्रों के कड़े रुख के प्रति अपनी नाराजगी और विरोध दर्ज करने के लिए मुस्लिमों द्वारा 1 नवंबर को सड़क पर पोस्टर चिपकाए गए थे।
7 including a Congress Councillor of AMC booked after French President’s posters pasted on road in Juhapura https://t.co/GdA8vFPXuN pic.twitter.com/PBYILJ7iHf
— DeshGujarat (@DeshGujarat) November 4, 2020
इन 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा), 269 (जीवन के लिए खतरनाक बीमारी के संक्रमण के फैलने की संभावना ), 270 (घातक बीमारी जीवन के लिए खतरनाक बीमारी के संक्रमण को फैलाने की संभावना ) और 120BB (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही आपदा प्रबंधन धारा 54, सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम 3 और 4 को नुकसान, और द प्रेस एंड रेजिस्टर ऑफ बुक एक्ट सेक्शन 3 का केस भी दर्ज किया गया है।
निगरानी दल के हेड कांस्टेबल जोगाभाई कर्मनभाई ने 1 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई कि दोपहर 12:30 बजे, कुछ लोगों ने सार्वजनिक सड़कों पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के चेहरे पर जूते के प्रिंट के साथ के 150 पोस्टर चिपकाए। उन्होंने शिकायत में उल्लेख किया कि ये लोग इलाके में मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को भड़काना चाहते हैं और किसी गंभीर हिंसा का कारण बन सकते हैं।
पुलिस ने इस घटना के पीछे 50 वर्षीय यूनुस सबरहुसैन कादरी, करीम मुज़फ़्फ़रभाई कुरैशी की 46 वर्षीय नजमबेन पत्नी, 54 वर्षीय मोहम्मद यूनुस, 36 वर्षीय मुसकीम अब्दुलकदार मास्टर, 59 वर्षीय हाजी असरारबाग अब्दुलशाकुर मिर्ज़ा, 45 वर्षीय मोहम्मदलिम हुसैन शेख और 48 वर्षीय अब्दुलहमीद मोहम्मद शरीफ शेख और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक के साथ लगभग 10-15 लोगों का हाथ पाया गया है।
बता दें इसी तरह के पोस्टर वड़ोदरा नवाबवाड़ा के रोपुरा में भी देखे गए थे, जहाँ पुलिस ने लोगों को बरगलाने के मामले तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। मुंबई के भिड़ी बाजार में भी इसी तरह का एक कारनामा देखने को मिला था।
Boycott France posters surface in Muslims populated areas of Raopura, Nawabwada in Vadodara. A knife-wielding terrorist shouting “Allahu Akbar” beheaded a woman and killed two others at a Church in Southern France this week. French President has termed it as act of Islamic terror pic.twitter.com/1prYAALsLj
— DeshGujarat (@DeshGujarat) October 30, 2020
भारत फ़्रान्स के साथ खड़ा है और मुंबई के भिंडी बाज़ार में फ़्रान्स के राष्ट्रपति के पोस्टर सड़क पर चिपका कर उनका अपमान किया जा रहा है …!! pic.twitter.com/KIq4ono0rC
— Manak Gupta (@manakgupta) October 29, 2020
कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ फ्रांस की इस लड़ाई का भारत ने समर्थन किया है। हालाँकि, इस मामले में इस्लामिक देशों ने फ्रांस और फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया है। वहीं पाकिस्तान और तुर्की ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ बयान जारी करते हुए इस्लाम और मुस्लिमों के खिलाफ उनके कार्यों और भाषणों की निंदा भी की है। मुस्लिम नेताओं ने प्रेस स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रपति के समर्थन का भी जोरदार विरोध किया है, जिसमें शार्ली एब्दो को पैगंबर मुहम्मद के कार्टून प्रकाशित करने की अनुमति दी गई थी।
गौरतलब है कि फ्रांस और अन्य यूरोपीय देशों ने पिछले कुछ हफ्तों में कथित तौर पर कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ कार्रवाई के लिए कई हमलों का सामना किया है। ये हमले फ्रांस के एक शिक्षक सैमुअल पैटी, जिन्हें पैगंबर मुहम्मद के कार्टून को अपनी कक्षा में दिखाने के लिए मार डाला गया था, की हत्या की निंदा के परिणामस्वरूप किए गए।
इस हमले के बाद कथित तौर पर तीन लोगों को नीस में मार दिया गया था। वहीं ऑस्ट्रिया में भी एक हमला हुआ था जिसमें तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था और कई लोग भी घायल हुए थे। हमले को मद्देनजर रखते हुए फ्रांस ने विदेशों में रहने वाले फ्रांसीसी लोगों को बचाने के लिए दुनिया भर के कई स्थानों पर अपने दूतावासों को बंद कर दिया है।