#WATCH | Gomti Nagar molestation case | Luckow, UP: On meeting with Akhilesh Yadav regarding his arrest in the case of molestation, accused Pawan Yadav says, "I am thankful to Samajwadi Party and Akhilesh Yadav. I was not there when the incident happened… I was not involved in… pic.twitter.com/Pl4msBUdB1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 16, 2024
समाचार एजेंसी एनएआई के अनुसार, पवन यादव ने जेल से निकलने के बाद कहा, “मैं समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव का आभारी हूँ। जब घटना घटी तो मैं वहाँ नहीं था… मैं वीडियो में शामिल नहीं था। सीएम योगी आदित्यनाथ को गलत जानकारी दी गई होगी। जो अधिकारी कहेंगे वही तो मानेंगे। उन्होंने शायद मेरा नाम इसलिए लिया क्योंकि मेरा नाम ‘पवन यादव’ है। अखिलेश जी ने कहा है कि अगर मैंने कुछ गलत नहीं किया है तो मुझे डरने की जरूरत नहीं है। मुझे बहुत बेहतर महसूस हुआ।”
वहीं अखिलेश यादव ने इस मामले में बयान दिया कि गोमती नगर घटना में जो लड़के पकड़े गए और जिसका विधानसभा में नाम लिया गया वह मिलने आया है। अखिलेश यादव के अनुसार वे बेचारा चाय पी रहा था उसी दौरान पुलिसवालों ने उसको पकड़ लिया। उन्होंने कहा ये जाँच का विषय है जिसके बाद ये लोग छूट जाएँगे।
अखिलेश यादव ने आगे अधिकारियों को धमकाने वाले अंदाज में कहा जिन अधिकारियों ने अपना रुतबा बढ़ाने के लिए और सरकार की इमेज बनाने के लिए इनको पकड़ा और थाने में ले जाकर हाथ जोड़कर जो तस्वीर छापी। मैं उनसे कहूँगा कि उनको मत भूलना और मैं भी उनको नहीं भूलूँगा। विधानसभा में और भी नाम पढ़े जाने चाहिए थे, लेकिन केवल दो नाम पढ़े गए।
थाना गोमतीनगर प्रकरण अपडेट-@Uppolice #Lkopolice_On_Duty pic.twitter.com/naDthQy1br
— LUCKNOW POLICE (@lkopolice) August 15, 2024
बता दें कि पवन यादव द्वारा मीडिया में दिए गए बयान और लगाए गए आरोप के बाद यूपी पुलिस ने भी इस बाबत बयान जारी कर बताया कि अभी ये साबित नहीं हुआ है कि पवन यादव घटना में शामिल नहीं था। पुलिस ने बताया पवन यादव के खिलाफ जो भी कार्रवाई हुई है वो विधिपूर्ण ढंग से हुई है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, उसके खिलाफ स्थानीय स्तर पर पूर्व में में तीन अभियोग पहले से पंजीकृत हैं। जिसमें आरोप पत्र प्रेषित है और वर्तमान प्रकरण की विवेचना पुलिस द्वारा की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर विवेचना का निस्तारण किया जाएगा। अभी आरोपित को न तो क्लीन चिट दी गई है और न ही उसे आरोप मुक्त किया गया है।
बता दें कि 31 जुलाई को लखनऊ में बारिश हुई थी जिससे गोमती नगर में ताज होटल के पास काफी पानी भर गया था। उस समय पानी में करीबन 25-30 लड़के वहाँ खड़े होकर हुड़दंग कर रहे थे। तभी एक लड़की अपने दोस्त की वजह से वहाँ गुजरी। इस दौरान लड़कों ने न केवल उस पर पानी फेंका बल्कि उसके साथ बदसलूकी भी की। बाद में घटना की वीडियो वायरल हुई तो दो दर्जन आरोपितों को पुलिस ने पकड़ा और फिर सीएम योगी ने ये मुद्दा सदन में उठाया। आरोपित का नाम पवन यादव बताया गया। इसी के बाद अखिलेश यादव भड़के।