Tuesday, November 19, 2024
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‘AAP’ टैंकर भेजिए, मैं 20 MT ऑक्सीजन रोज दिल्ली भेजूँगा: हेमंत बिस्वा सरमा ने केजरीवाल को दिया विशेष ऑफर

हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में वर्तमान माँग की तुलना में 42 मीट्रिक टन अधिक उत्पादन करने वाले 4 ऑक्सीजन संयंत्र हैं और वह 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन दिल्ली भेज सकते हैं। सरमा ने कहा, “आप अपने टैंकर भेजिए और मैं टैंकरों को फिर से ऑक्सीजन से भर दूँगा। यह मेरा वादा है।”

असम के स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्त और पीडब्ल्यूडी मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह दिल्ली को प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन (MT) ऑक्सीजन दे सकते हैं अगर दिल्ली सरकार इसे लेने के लिए टैंकर भेजती है। असम के मंत्री ने आम आदमी पार्टी (AAP) के संस्थापक और पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य राजेश शर्मा को ट्विटर पर जवाब दिया। राजेश शर्मा असम में मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा द्वारा किए गए ऑक्सीजन उपलब्धता के दावों को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहे थे।

ट्विटर पर यह बहस तब शुरू हुई जब असम के एक AAP नेता ने डॉ. भाबेन चौधरी ने कहा कि गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। चौधरी ने आरोग्य सेतु ऐप का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया और कहा कि यहाँ कोई वैक्सीन स्लॉट उपलब्ध नहीं है जबकि हेमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि वैक्सीन की 5 लाख खुराकें उपलब्ध हैं।

यह ट्वीट AAP संस्थापक तक पहुँच गया और उन्होंने कहा कि जबकि हेमंत बिस्वा सरमा ने असम में 5 ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना के बारे में दावा किया है, असम के लोग एक ऑक्सीजन संयंत्र के बारे में नहीं जानते हैं। उन्होंने वैक्सीन पर असम AAP के नेता चौधरी के दावों को भी दोहराया और सरमा के ट्विटर हैंडल को टैग किया।

इस पर असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में स्थापित नए ऑक्सीजन संयंत्रों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 3 ऑक्सीजन संयंत्र, डिब्रूगढ़ में असम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 2, जोरहट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 2, और दिफु, तेजपुर और बरपेटा में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एक-एक और महेंद्र मोहन चौधरी अस्पताल में 1 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि समुगुरी, बोंगईगाँव और अमीनगाँव में 3 निजी क्षेत्र के ऑक्सीजन संयंत्र हैं।

सरमा ने शर्मा को चुनौती देते हुए कहा, “आप किस प्रकार का सबूत चाहते हैं? मुझे बताइए। कम से कम मैं अरविंद केजरीवाल नहीं हूँ।“

AAP नेता ने सोचा कि उन्हें असम के मंत्री के दावों को झूठा साबित करने का एक अवसर मिला है, क्योंकि सरमा केवल अस्पतालों में स्थापित PSA ऑक्सीजन जनरेटर के बारे में बात कर रहे थे। AAP नेता राजेश शर्मा ने कहा, “आप पिछले 20 वर्षों से असम के स्वास्थ्य मंत्री हैं। ये संयंत्र एंबुलेंस के ऑक्सीजन सिलेंडर को भी फिर से भरने में सक्षम नहीं हैं।“

हालाँकि,  राजेश शर्मा को गलत जानकारी दी गई थी क्योंकि भले ही भाजपा नेता ने असम में अस्पतालों में स्थापित नए PSA ऑक्सीजन संयंत्रों का उल्लेख किया था लेकिन तथ्य यह है कि असम में पहले से ही औद्योगिक ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्र हैं जो लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं और कई अन्य संयंत्र अगले कुछ सप्ताह में स्थापित होने वाले हैं जिनसे सिलेंडरों में ऑक्सीजन को भरा जा सकता है। हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में वर्तमान माँग की तुलना में 42 मीट्रिक टन अधिक उत्पादन करने वाले 4 ऑक्सीजन संयंत्र हैं और वह 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन दिल्ली भेज सकते हैं। सरमा ने कहा, “आप अपने टैंकर भेजिए और मैं टैंकरों को फिर से ऑक्सीजन से भर दूँगा। यह मेरा वादा है।”

इस प्रस्ताव के बाद राजेश शर्मा ने बात बदल दी और जवाब दिया कि दिल्ली में क्रायोजेनिक टैंकर नहीं हैं क्योंकि यह एक औद्योगिक राज्य नहीं है। इसलिए उन्होंने सरमा से ही टैंकरों की व्यवस्था करने का अनुरोध किया और कहा कि यह दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ी मदद होगी।

हेमंत बिस्वा सरमा ने जब कहा कि वह अरविंद केजरीवाल नहीं हैं तो राजेश शर्मा ने कहा कि वह केजरीवाल हो भी नहीं सकते हैं, जिन्होंने केवल 7 वर्षों में दिल्ली में पूरी शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली बदल दी। हेमंत बिस्वा सरमा ने मौजूदा Covid-19 स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली के सीएम ने दिल्ली में किस तरह की क्रांति की है। सरमा ने कहा, ”हम असम में ऐसी क्रांति नहीं चाहते।“ उन्होंने राजेश शर्मा से कहा कि यदि उनमें साहस है वो असम की यात्रा करें और प्लांट्स को देखें।

AAP नेता ऑक्सीजन की स्थिति पर अन्य राज्यों पर राजनीति करने की कोशिश करते हैं लेकिन दिल्ली में ही अपने शासन में ऑक्सीजन की सबसे गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं। असम सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि Covid-19 मामलों के उपचार में पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध हो। असम में निजी क्षेत्र में चार मौजूदा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र हैं और हाल के हफ्तों में राज्य सरकार ने कई अन्य संयंत्रों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था की है। अस्पतालों में PSA प्लांट लगाने के अलावा कुछ और ऑक्सीजन संयंत्रों को पुनर्जीवित किया जा रहा है जो सालों से उपयोग में नहीं थे।

असम सरकार ने दीमापुर में एक संयंत्र के साथ ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एक समझौता किया है जो नागालैंड में कम माँग के कारण सप्ताह में केवल 2 दिन चल रहा था। अब संयंत्र सप्ताह में 7 दिन चलेगा और असम को 5 दिनों का ऑक्सीजन मिलेगा। इसके अलावा असम को भूटान के एक संयंत्र से 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी मिलेगी जो असम और भूटान की दो निजी कंपनियों द्वारा स्थापित की जा रही है। भूटान में लॉकडाउन के कारण संयंत्र पर काम ठप था लेकिन असम सरकार के अनुरोध पर विदेश मंत्रालय के भूटान सरकार से बात करने के बाद यह संयंत्र फिर से शुरू कर दिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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