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चंदन कुमार
परफेक्शन को कैसे इम्प्रूव करें 🙂
मनोरंजन
कपड़े बदलती हिरोइन की नंगी वीडियो के लिए कैमरा, ‘हिरोइन नाम’ का ही फोल्डर: राधिका शरतकुमार ने बताया मलयालम फिल्म इंडस्ट्री का एक और...
राधिका सरथकुमार ने बताया है कि मलयालम फिल्मों के सेट पर छिपा कर कैमरा लगा दिया जाता है। हिरोइन लोगों की नंगी वीडियो रिकॉर्ड कर ली जाती है।
सामाजिक मुद्दे
सिर्फ अल्लाह का नाम नहीं रहेगा, न ही ताज/तख्त उछाल पाओगे: वाजिद हो या खान… सिर्फ भारत के नागरिक बन कर रहो, किताब नहीं...
बांग्लादेश मुश्किल में है। महिला प्रधानमंत्री की ब्रा-साड़ी सब लूट ली गई है... ऐसे में एक इस्लामी लिखता है - बस नाम रहेगा अल्लाह का।
अंतरराष्ट्रीय
औरतें और बच्चियाँ सेक्स का खिलौना नहीं… कट्टर इस्लामी मानसिकता पर बैन लगाओ, OpIndia पर नहीं: हज पर यौन शोषण की खबरें 100% सच
हज पर मुस्लिम महिलाओं और बच्चियों का यौन शोषण होता है, यह खबर 100% सत्य है। BBC, Washington Post और अरब देश की मीडिया में भी यह छपा है।
हास्य-व्यंग्य-कटाक्ष
जो बायडेन फिर से बने अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार: ‘भूलने की बीमारी’ के कारण कर दिया था ट्वीट, सदमे में कमला हैरिस, 12 घंटे से...
जो बायडेन टेस्ट ले रहे थे कमला हैरिस का। वो भोकार पार-पार के, सर पटक कर रोने के बजाय खुश हो गईं। पिघलने के बजाय बायडेन को गुस्सा आ गया और...
मीडिया हलचल
2 साल के हिंदू बच्चे टीटू की हत्या पर चुप्पी, लेकिन विदेशी मुस्लिम लड़कों की मौत पर मातम: आरफा को हिंदुस्तान में फिर भी...
रियासी आतंकी हमले में टीटू का हिंदू होना और उसका इस्लामी आतंकियों की गोली से मारा जाना, आरफा की इंसानियत को झकझोर नहीं पाया।
मीडिया हलचल
राहुल राज ने शाहरुख बन शबाना को फँसाया, फिर गौमूत्र पिला करवाई घरवापसी: वो खबर जिसे ध्रुव राठी खोज ही नहीं पाया… इसलिए लव-जिहाद...
मुस्लिम लड़के-हिंदू लड़की, हिंदू लड़के-मुस्लिम लड़की का उदाहरण दे ध्रुव राठी कहता है कि सभी को हत्यारा नहीं कहा जा सकता। लव जिहाद को छिपा...
राजनैतिक मुद्दे
बंगाल-बिहार-तमिल-मराठी… सबकी आग में पूरे भारत को झोंकना चाहते हैं राहुल गाँधी, कहाँ से आई इतनी नफरत?
राज्यों को लड़ा दो, एक कंपनी को दूसरी के खिलाफ भड़का दो, जात-पात पर समाज को बाँट दो... राहुल गाँधी को लगता है कि इससे उनके 2-4 वोट बढ़ जाएँगे।
अन्य
राम मंदिर के द्वार से विश्वगुरु बनने की ओर भारत, साध्य और साधन बन ऑपइंडिया का मार्ग प्रशस्त करते पाठक: संपादक का सन्देश –...
हिंदुओं के करीब 500 साल के संघर्ष और सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले ने इस क्षण का आना सुनिश्चित कर दिया था। लेकिन 2024 में ही इस क्षण का आना इसे इतिहास का एक अमिट वर्ष बना जाता है।