केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार (जून 14, 2020) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘जम्मू जन संवाद रैली’ को संबोधित किया। रक्षा मंत्री ने रैली की शुरुआत जम्मू-कश्मीर में वीरगति को प्राप्त हुए सुरक्षाकर्मी और पुलिस के जवानों को नमन करते हुए की। उन्होंने हिंदू सरपंच अजय पंडिता को भी नमन किया।
#WATCH Defence Minister Rajnath Singh addresses ‘Jammu Jan Samvad rally’ via video conferencing. https://t.co/vjEIYTYeNA
— ANI (@ANI) June 14, 2020
रक्षा मंत्री ने कहा, “कश्मीर में सरपंच अजय पंडिता की कायरतापूर्ण निर्मम हत्या की गई है, मैं उनकी स्मृति को नमन करता हूँ। इसके साथ ही मैं पंडित प्रेमनाथ डोगरा और 1947 में कश्मीर में तिरंगा फहराने वाले मोहम्मद मकबूल शेरवानी को भी नमन करता हूँ।”
I pay my tribute to Sarpanch Ajay Pandita, who died in a cowardly attack and also Mohd Makbul Sherwani of Baramulla, who in 1947 hoisted the Indian flag in Kashmir valley: Defence Minister Rajnath Singh while addressing ‘Jammu Jan Samvad rally’ via video conferencing. pic.twitter.com/2LwXgkXzjP
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इस दौरान राजनाथ सिंह ने भारत-चीन सीमा विवाद, कोरोना संकट, अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर बात की। राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना काल में मोदी सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी भारत की प्रशंसा की है।
Talks underway with China at diplomatic&military level. China too expressed wish to resolve this issue via talks. I’d like to inform Opposition that our govt won’t keep anyone in the dark. I assure you that we won’t compromise with national pride in any situation:Defence Minister pic.twitter.com/leySAbeJsX
— ANI (@ANI) June 14, 2020
भारत-चीन सीमा विवाद पर राजनाथ सिंह ने कहा कि जो भी विवाद पैदा हुआ है, उस पर इस समय सैन्य लेवल पर बात जारी है। चीन ने भी इच्छा व्यक्त की है कि बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। हमारी कोशिश भी यही है कि सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाए। राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं विपक्ष को बताना चाहता हूँ कि हमारी सरकार किसी को भी इस मामले में अँधेरे में नहीं रखेगी।”
राजनाथ सिंह ने कहा, “दुनिया के कई मजबूत देश कोरोना महामारी के कारण लड़खड़ा गए हैं। भारत में प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और कई बड़े और अहम फैसले लिए। भारत ने कोरोना संकट के दौरान अपने स्वास्थ्य सुरक्षा के ढाँचे को भी अधिक मजबूत किया है।”
Earlier in Kashmir, protests demanding ‘Kashmir azaadi’ were held and flags of Pakistan & ISIS were seen, but now only Indian flag is seen there: Defence Minister Rajnath Singh while addressing ‘Jammu Jan Samvad rally’ via video conferencing. pic.twitter.com/hRPCAphKkg
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आर्टिकल 370 का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले कश्मीर में ‘कश्मीर की आजादी’ की माँग को लेकर प्रदर्शन होते थे। पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे दिखाई देते थे, लेकिन अब सिर्फ तिरंगा दिखाई देता है।
#WATCH Just wait, soon people of Pakistan occupied Kashmir (PoK) will demand that they want to be with India & not under the rule of Pakistan, and the day this happens, a goal of our Parliament will also be accomplished: Defence Mini Rajnath Singh at ‘Jammu Jan Samvad rally’ pic.twitter.com/kQUtV2CanP
— ANI (@ANI) June 14, 2020
पीओके के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा, “कुछ दिन इंतजार कीजिए, पीओके से ही माँग होगी कि हम भारत के साथ रहना चाहते हैं, पाकिस्तान के कब्जे में नहीं। मैं आपको बताना चाहूँगा कि जिस दिन यह होगा, हमारी संसद का भी संकल्प पूरा हो जाएगा। मौसम बदल चुका है और हमारे चैनल्स मुजफ्फराबाद-गिलगिट का तापमान, दर्जा हरारत बता रहे हैं। ये दर्जा हरारत बताने के कारण अब इस्लामाबाद में भी कुछ हरारत महसूस होने लगी है। इसलिए वे कुछ ज्यादा शरारत करने पर आमादा हैं।”
Mausam badal chuka hai aur hamare channels Muzaffarabad-Gilgit ka tapman, darja hararat bata rahein hain. Ye darja hararat batane ke karan, ab Islamabad mein bhi kuch hararat mehsus hone lagi hai. Aur isliye ve kuch zyada shararat karne per bhi amada hain: Rajnath Singh pic.twitter.com/7yTVyQDiBK
— ANI (@ANI) June 14, 2020
राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाना 1952 से ही भाजपा के घोषणा-पत्र में शामिल रहा है। राजनीतिक पार्टियाँ कहती थीं कि ये मुद्दे भाजपा सिर्फ राजनीति करने के लिए उठाती है। उन्होंने कहा, “हमने सरकार में आने 100 दिन के अंदर इसे हटा दिया। यह साबित कर दिया कि भाजपा जो कहती है वो करती है। हम भारत की राजनीति में भरोसा टूटने नहीं देंगे। किसी ने कहा है-मोदी दर्द की रात गई, गम का खजाना भी गया, मोदी तेरे हिम्मत से दाग पुराना भी गया। अनुच्छेद 370 बहुत पुराना दाग था, जो अब खत्म हो गया है।’’
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा की सरकार ने 50 बड़े काम किए हैं। यहाँ पर आईआईटी और एम्स जैसे संस्थान खोलने की योजना है। उन्होंने कहा, “2014 से 2019 तक 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए दिए। इससे पहले भी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र सरकार से पैसे मिलते थे। हालाँकि, यहाँ भ्रष्टाचार का बोलबाला था। केंद्र की ओर से भेजे गए पैसे कहाँ जाता था, पता नहीं चलता था। कई ऐसे अलगाववादी नेता थे, जो भारत सरकार के पैसे से मजे में रहते थे। कभी-कभी वे पाकिस्तान की वकालत करने में भी नहीं चूकते थे। अब उनकी कमर टूट गई है। कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकी मारे जा रहे हैं।”
रक्षा मंत्री ने कहा, “1984 में जब हमें मात्र 2 सीटें प्राप्त हुई थी, तो राजनीतिक विश्लेषकों ने ये कहना शुरू कर दिया था कि भाजपा समाप्त हो जाएगी। लेकिन उस समय के हमारे नेता आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और संकल्प लिया। जिसका परिणाम आज आप देख रहे हैं कि 2 से लेकर दोबारा सरकार बनाने तक की यात्रा हमने की है। भाजपा ने जो कहा अवसर मिलते ही उस काम को पूरा किया। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कहती है, वह करती है।”
उन्होंने आगे कहा, “6 वर्षों में हमारी सरकार ने बहुत सारे बुनियादी काम किए हैं। लगभग 18500 गाँव के लोग आजादी के 70 साल बाद भी बिना बिजली के रहते थे। हमने कुछ ही महीनों में सभी घरों तक बिजली पहुँचाई। कोई सोच नहीं सकता था कि देश के सभी नागरिकों का बैंक खाता बनेगा, लेकिन हमारी सरकार ने इसे मुमकिन किया। हमारा संकल्प है कि 2022 आते-आते हम किसानों की आमदनी दुगनी कर देंगे। एक देश में एक बाजार होना चाहिए। किसान कहीं भी अपना सामान बेच सकते हैं।”