हिंदू नाबालिग को रेप के बाद पेड़ से टाँगना झारखंड CM के लिए बस एक ‘घटना’, लड़की को जलाने के मामले में MLA भाई ने खोजा था ‘प्रेम प्रसंग’

भाई बसंत सोरेन के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फाइल फोटो)

दुमका झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का गृह जिला है। यहाँ हाल ही में हुई दो घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर रखा है। एक मामले में हिंदू लड़की को जलाकर मार डाला गया, दूसरी में हिंदू लड़की को बलात्कार के बाद हत्या कर शव को पेड़ से टाँग दिया गया। दोनों मामले में दरिंदगी की शिकार हुई लड़की नाबालिग थी। लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए यह महज एक ‘घटना’ है। उनकी प्रतिक्रिया से जाहिर होता है कि ये कोई गंभीर मामले नहीं है। ऐसी सामान्य घटनाएँ हैं जो होती रहती हैं।

शनिवार (3 सितंबर 2022) को दुमका में जनजातीय समाज की 14 साल की लड़की का शव पेड़ से टँगा मिला था। आरोप है कि अरमान अंसारी ने बलात्कार के बाद हत्या कर लड़की का शव पेड़ से लटका दिया ताकि सुसाइड लगे। इस संबंध में रविवार को पत्रकारों ने सोरेन से सवाल पूछा। जवाब में उन्होंने कहा, “घटनाएँ तो होती रहती हैं। घटनाएँ कहाँ नहीं होती हैं। घटना तो बोलकर आता नहीं है।”

इससे पहले दुमका में एक हिंदू नाबालिग लड़की जलाकर मार डाली गई थी। इस मामले में शाहरुख हुसैन ने नईम के साथ घर में घुस हिंदू नाबालिग पर पेट्रोल छिड़क उसे आग लगा दी थी। बाद में इलाज के दौरान लड़की की मौत हो गई। अब तक जो जानकारी सामने आई है उससे पता चलता है कि शाहरुख हुसैन लड़की के पीछे पड़ा था। दोस्ती नहीं करने पर उसे जान से मारने की धमकी देता था।

इस मामले को लेकर भी हेमंत सोरेन की सरकार ने फौरन हरकत नहीं दिखाई थी। इस मामले में इलाज में लापरवाही से लेकर एक डीएसपी नूर मुस्तफा पर हिंदू लड़की को बालिग दिखाने तक के गंभीर आरोप है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन जो कि दुमका से ही विधायक हैं ने इस मामले के लिए ‘प्रेम प्रसंग’ को जिम्मेदार बताया था।

बसंत सोरेन ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “देखिए, प्रेम-प्रसंग का मामला है। इसमें व्यक्तिगत या सामाजिक तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता। हमारा-आपका प्रेम है और हमारी-आपकी प्रतिक्रिया है – इसमें घटना को अंजाम देने का काम कोई समाज तो करेगा नहीं न, या कोई पार्टी तो करेगी नहीं न। दो लोग साथ बैठे हुए हैं और उन्होंने मारपीट कर ली। कोई विधायक या कोई पार्टी, इसे किसी चीज से जोड़ना गलत है।”

नृशंस घटनाओं से यह यह बात भी सामने आई है कि दुमका में ऐसे गिरोह काम कर रहे हैं जो छोटी उम्र के हिंदू लड़कियों को टारगेट करते हैं। दुमका की ही एक युवती ने सामने आकर बताया है कि नईम ने उसे अगवा कर जबरन निकाह करने की कोशिश थी। बावजूद इसके मुख्यमंत्री की इस तरह की टिप्पणी चिंताजनक है। साथ ही जिहादी तत्वों के साथ सख्ती से निपटने की सरकार की कमजोर इच्छाशक्ति को भी दिखाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया