कॉन्ग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थामने के बाद भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पहली बार भोपाल पहुँचे। भोपाल पहुँचकर उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह चौहान की भी तारीफ करते हुए कहा कि शिवराज कभी न थकने वाले सीएम रहे हैं।
भाजपा अपनाते ही कॉन्ग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर हमले चालू कर दिए हैं। वहीं कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने भी उनकी भाजपा में ‘घरवापसी’ पर अपनी राय देते हुए कहा कि सिंधिया की जुबान पर कुछ और और दिल में कुछ और ही चल रहा है।
‘राजनीतिक भविष्य के डर के चलते RSS की विचारधारा से मिले’
राहुल गाँधी ने कहा कि वो ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा को अच्छे से जानते हैं क्योंकि वह उनके साथ ही कॉलेज में पढ़ते थे। राहुल गाँधी ने कहा- “मैं उन्हें बहुत अच्छी तरह से जानता हूँ। वह अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डरे हए थे, जिसके चलते उन्होंने अपनी विचारधारा छोड़ दी और RSS के साथ चले गए। लेकिन वहाँ उनको वो जगह नहीं मिलेगी।”
सिंधिया के भाजपा में जाते ही कमलनाथ सरकार ने कसा शिकंजा, जमीन खरीद मामले में दर्ज हो सकती है FIR
वहीं दूसरी ओर कमलनाथ सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ यानी EOW ने एक पुराने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। ग्वालियर के वकील सुरेंद्र श्रीवास्तव ने एक आवेदन लगाकर कार्रवाई की माँग की है। इसी शिकायती आवेदन पर EOW ने जाँच शुरू भी कर दी है।
इस पूरे मामले के संबंध में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ EOW का कहना है कि आवेदक सुरेंद्र श्रीवास्तव के अनुसार उसके द्वारा मार्च 26, 2014 को प्रकोष्ट में एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिजनों के उपर आरोप लगाया गया था कि ज्योतिरादित्य व उनके परिजनों ने साल 2009 में ग्वालियर के महलगाँव की जमीन (सर्वे क्रमांक 916) खरीदकर रजिस्ट्री में काट-छाँट कर आवेदक की 6000 वर्ग फीट जमीन कम कर दी गई। इसमें सिंधिया पर प्रशासन के सहयोग से फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे आरोप शामिल किए गए हैं।
सिंधिया परिवार को ललकार कर कॉन्ग्रेस ने गलती की- सिंधिया
बीजेपी से जुड़ने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पहली बार भोपाल पहुँचे जहाँ उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा – “जो सही है, वह सिंधिया परिवार का मुखिया सदैव बोलता है। यह मैं बोल दूँ कि सिंधिया की मुखिया को ललकारा था 1967 में, मेरी दादी को, संविद सरकार में क्या हुआ? 1990 में मेरे पूज्य पिता के ऊपर झूठा हवाला कांड किया, उस समय क्या हुआ? और आज जब मैंने अतिथि विद्वानों और किसानों की बात उठाई और मंदसौर में किसानों के ऊपर केस लगी, जो आवाज मैंने उठाई, और मैंने कहा कि जो वचनपत्र में है, उसे पूरा नहीं किया गया तो उसके लिए सड़क पर उतरना होगा। सिंधिया परिवार सत्य के पथ पर चलता है, मूल्य पर चलता है, सिंधिया परिवार को जब ललकारा जाता है तो सिंधिया परिवार जग से भी लड़ सकता है।”
आज भोपाल आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए ऐतिहासिक स्वागत से अभिभूत हूँ। आपकी इस गर्मजोशी के लिए हृदय से धन्यवाद। pic.twitter.com/kveyZlIGAj
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 12, 2020
जनसभा के दौरान सिंधिया ने कहा कि आज यह उनका सौभाग्य है कि जिस दल को अपने पसीने और पूँजी के साथ उनकी दादी ने स्थापित किया, जिस दल में 26 साल की उम्र में पहली बार जनसेवा का पथ अपनाकर उनके पूज्य पिता जी चले थे आज उसी दल में ज्योतिरादित्य सिंधिया प्यार लेकर आया है।
उन्होंने जनता से कहा कि वो विश्वास रखें कि वो जो केवल एक चीज अपने साथ लेकर आए हैं वो उनकी मेहनत है और उनका लक्ष्य लोगों के दिल में स्थान पाना है। उन्होंने भावुक शब्दों में कहा, “मैं विश्वास दिलाता हूँ कि जहाँ आपका एक बूंद पसीना टपकेगा, वहाँ ज्योतिरादित्य 100 बूंद पसीना टपकाएँगे।”