केजरीवाल की राजनीतिक शुरुआत ही आरोपों और सनसनी फैलाने से हुई थी। उनके पास हमेशा दूसरी पार्टियों के ख़िलाफ़ कई बोरे सबूत हुआ करते थे। कुछ सबूत तो वो हमेशा हाथ में लेकर ही चलते थे। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव क़रीब आता जा रहा है। एक बार फिर से आरोप लगाने का दौर शुरू हो गया है।
ताज़ा मामला यह है कि पिछले दिनों केजरीवाल ने एक और दावा किया कि ‘बीजेपी ने दिल्ली में 30 लाख वोटर्स का नाम वोटर लिस्ट से कटवा दिया।’ इसके लिए उन्होंने कई ट्वीट किए।
ये ट्वीट 4 दिसंबर 2018 का है जिसे अरविंद केजरीवाल की तरफ़ से किया गया है। इस ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने लिखा था कि अग्रवाल समाज के 8 लाख वोटर्स हैं जिसमें बीजेपी ने 4 लाख वोटर्स के नाम कटवा दिए।
अग्रवाल समाज के दिल्ली में टोटल 8 लाख वोट हैं। उनमें से लगभग 4 लाख वोट कटवा दिए? यानि 50%. आज तक ये समाज भाजपा का कट्टर वोटर था। इस बार नोटबंदी और GST की वजह से ये नाराज़ हैं तो भाजपा ने इनके वोट ही कटवा दिए? बेहद शर्मनाक। https://t.co/hMDzMDMh3v
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 4, 2018
केजरीवाल के अनुसार – “अग्रवाल समाज के दिल्ली में टोटल 8 लाख वोट हैं। उनमें से लगभग 4 लाख वोट कटवा दिए? यानि 50% । आज तक ये समाज भाजपा का कट्टर वोटर था। इस बार नोटबंदी और GST की वजह से ये नाराज़ हैं तो भाजपा ने इनके वोट ही कटवा दिए? बेहद शर्मनाक।”
एक दूसरे ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने ये भी दावा किया है कि दिल्ली में 30 लाख वोटर्स का नाम बीजेपी ने कटवा दिया जिसमें पूर्वांचल के 15 लाख वोटर्स, 8 लाख मुस्लिम और 3 लाख दूसरे वोटर्स हैं।
Not 40k. Total 30 lakh votes deleted. 4 lakh baniyas, 8 lakh muslims, 15 lakh poorvanchalis and 3 lakh rest. https://t.co/c9fjnZZLQG
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 6, 2018
बीजेपी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल और AAP की सोशल मीडिया टीम प्रेस के माध्यम से बीजेपी पर यह आरोप लगा रही है कि बीजेपी ने 30 लाख वोटर्स का नाम कटवाया है। आम आदमी पार्टी ये साबित करना चाहती है कि बीजेपी ही दिल्ली में वोटर्स के नाम जुड़वाती और कटवाती है।
वोट कटने व वोट जुड़ने की अपनी एक सवैंधानिक प्रक्रिया है लेकिन केजरीवाल खुद को ही चुनाव आयोग समझे बैठे है और बिना तथ्यों के कोई भी अनर्गल बात करने से नहीं चुकते है- श्री @Gupta_vijender pic.twitter.com/vdXflqlJDB
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 21, 2019
बीजेपी ने कहा कि ये दावा सीधे-सीधे चुनाव आयोग की स्वायत्तता को चुनौती है क्योंकि वोटर्स का नाम जोड़ने और काटने का काम चुनाव आयोग का है न कि बीजेपी का।
बीजेपी नेता राजीव बब्बर ने पटियाला हाउस कोर्ट में मानहानि का मुक़दमा दायर किया है। इधर भारतीय जनता पार्टी की लीगल टीम के अलावा दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य चुनाव आयोग से मुलाकात कर, उनसे इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ शिकायत की।
बता दें कि आम आदमी पार्टी बार-बार वोटर लिस्ट से नाम कटवाने को लेकर बीजेपी को घसीट रही है। बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग को दी गई शिकायत के साथ अरविंद केजरीवाल के इस मामले में किये गए ट्वीट भी सौंपे हैं।
आज सोमवार (जनवरी 21, 2019) को बीजेपी ने इसी सिलसिले में पटियाला हाउस कोर्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ मानहानि का मुक़दमा दायर कर दिया है।
State President Sh.@ManojTiwariMP & LOP Sh.@Gupta_vijender,led a BJP delegation to meet CEC to give a representation against AAP leaders for using socially divisive & defamatory language against EC & BJP by falsely blaming their role in deletion of voters name in the voters list. pic.twitter.com/jjeHpBaFsL
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 21, 2019
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, “आखिर ये आँकड़ा केजरीवाल लाए कहाँ से? जबकि चुनाव आयोग के मुताबिक डेढ़ लाख वोटर्स के नाम लिस्ट में और जोड़े गए हैं, 90 हजार वोटर्स के नाम कटे हैं, जिसमें से किसी की मृत्यु हो गई है या फिर कुछ लोगों ने अपना निवास स्थान बदल लिया है।”
रिपोर्ट के अनुसार, मनोज तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली के लोगों को फ़ोन कर ये भ्रम फ़ैलाया जा रहा है कि आपका नाम बीजेपी ने वोटर्स लिस्ट से कटवा दिया था, जिसे अरविंद केजरीवाल ने फिर से जुड़वा दिया है।