पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करना कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर के लिए मुसीबत बन गया है। पहले पार्टी के सांसदों ने इस बयान को लेकर थरूर की आलोचना की और अब केरल कॉन्ग्रेस ने उनसे स्पष्टीकरण माँगा है। राज्य की केरल ईकाई के अध्यक्ष मुलापल्ली रामचंद्र ने उनसे जवाब माँगा है। कन्नूर में रामचंद्र ने कहा कि उन्होंने थरूर से प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने को लेकर स्पष्टीकरण चाहते हैं। उनके स्पष्टीकरण के आधार पर ही भविष्य की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
इससे पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने शशि थरूर के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि उन्हें इस तरह का बयान सार्वजनिक तौर पर न देकर पार्टी के समक्ष रखना चाहिए था। सोनिया गाँधी के बयान के बाद से कई कॉन्ग्रेसी नेताओं ने थरूर की जमकर आलोचना की। केरल में विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि मोदी सरकार की गलतियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार के हजारों गलत काम के बाद एक अच्छे कार्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है।
राज्यसभा में कॉन्ग्रेस उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार के कामों की आलोचना करना विपक्ष का कर्तव्य है। इसे खलनायक की तरह पेश करना नहीं कहा जा सकता है। विपक्ष से यह उम्मीद नहीं की जानी चाहिए की वह सरकार जो भी करेगी, उसकी तारीफ करेगा। इसके साथ ही लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी थरूर के बयान की तीखी आलोचना की थी।
बता दें कि थरूर ने कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि हर समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश करना सही नहीं है। उनके अच्छे काम के लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए। इससे उनकी (कॉन्ग्रेस) आलोचना को विश्वसनीयता मिलेगी। पार्टी के नेताओं की आलोचनाओं से बेपरवाह थरूर ने कहा कि उनके रुख में कुछ भी गलत नहीं है।